खरसिया। 13 अक्टूबर से प्रारंभ हुआ शारदीय नवरात्र छठवें दिन में प्रवेश कर गया है। पूरे नगर में लगभग 2 दर्जन से अधिक जगहों पर सार्वजनिक दुर्गोत्सव मनाया जा रहा है। ग्रामीण अंचल भी मां दुर्गा के आराधना में पीछे नहीं है। गांवों में भी जगह-जगह दुर्गा पण्डालों में मां दुर्गा की प्रतिमाएं स्थापित की गयी हैं। पूरे नगर में दुर्गा पण्डालों का आकर्षक ढ़ंग से सजाया संवारा गया है। विद्युत बल्ब की झालरों के साथ-साथ पूरे नगर में मां दुर्गा की भक्ति का माहौल नजर आने लगा है।
नगर में शारदीय नवरात्र की धूम मची हुई है। जगह जगह सार्वजनिक पंडालों में देवी माता की मूर्तियां स्थापित कर देवी की पूजा अर्चना की जा रही है। 13 अक्टूबर से प्रारंभ हुआ नवरात्र महोत्सव अब अपने पूरे जोरों पर है। नगर के देवी मंदिरों में भी आकर्षक सजावट करके दुर्गाेत्सव की मनाया जा रहा है साथ ही अखण्ड ज्योत भी प्रज्जवलित गई है। नगर के गायत्री मंदिर, मां बेरीवाली मंदिर, दुर्गा मंदिर, झुनझुन वाली रानी सती, मां काली मंदिर, परेवा पहाड़ स्थित दुर्गा मंदिर, काली मंदिर औघड़ आश्रम, चंण्डी मंदिर, शीतला मंदिर सहित आस पास के ग्रामीण अंचलों के मंदिरों में भी जगत जननी दुर्गे मॉं की पूजा अर्चना की जा रही है। इन मंदिरों में भक्तों की मनोकामना पूर्ति हेतु उनकी इच्छानुसार घी एवं तेल के मनोकामना ज्योति कलश प्रज्जवलित किये गये हैं। माना जाता है कि नवरात्र में मनोकामना ज्योति कलश जलाये जाने से भक्त की सारी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। इस प्रयोजन से नगर के मंदिरों में विशेष सुरक्षा एवं निगरानी के बीच नौ दिन तक मनोकामना के कलश जलाये जा रहें हैं। नगर में 2 दर्जन से भी अधिक जगहों पर भव्य दुर्गा पण्डाल सजा कर माता की आराधना की जा रही है। जिसमें हमालपारा, पठान पारा दर्री तालाब के नीचे,पुरानी बस्ती, स्टेशन चैक, पुरानी सब्जी हटरी, ,पोस्ट आफिस रोड़, चंदन ताल रोड, मौहापाली रोड़, गंज बाजार, गंज पीछे, भीम गली, गुरूद्वारा के पास, डभरा रोड़, रायगढ़ चैक, ठाकुरदिया आदि जगहों पर मां दुर्गा की प्रतिमायें स्थापित कर पूजा अर्चना की गई। पण्डालों में माता की प्रतिमाओं के साथ मनमोहक झॉकिंया भी स्थापित की गई हैं जो पूरे नौ दिन तक लोगों को अपनी ओर आकर्षित करती रहेंगी। ग्रामीण क्षेत्र में महका, नावापारा, तिउर तुरेकेला, तेलीकोट, ठुसेकेला, बोतल्दा, मदनपुर, सरवानी, बरगढ, अंजोरीपाली, बांसमुडा, चोेढा, चपले, कुनकुनी, जोबी , हालाहुली, मकरी, घघरा, देवगांव, पतरापाली, उल्दा, पामगढ़, नावागांव आदि ग्रामों में भी पूरी भक्ति के साथ मां देवी की आराधना की जा रही हैै।
रोज हो रहा है भंडारे का आयोजन
नगर के सार्वजनिक पंडालों में भंडारो का आयोजन किया जा रहा है कभी किसी पडाल में तो कभी किसी पंडाल में भक्तों के लिए भंडारे का आयोजन किया जा रहा है जिसमें माता के भक्तों को सब्जी ,खीर ,पुडी हल्वा,का भंडारा में मां देवी को भोग लगाकर भक्तों को खिलाया जा रहा है। देवी पंडालों एवं मंदिरों में लोग अपनी मानता के हिसाब से सवामनी प्रसाद भी लगा रहे हैं।
हो रहा है माता का जगराता
नगर के देवी मंदिरों में माता के श्रध्दालू भक्त रात्रि में भजन कीर्तन में भाग ले रहे हैं। भजन कीर्तन मंडलियां रात्रि में देवी मंदिरों में भजन कीर्तन कर जगराता कर रही हैं। मंदिरों में मनोकामना ज्योति कलश भी प्रज्जवलित किये गये हैं। इसके अलावा दिन भर पंडालो में देवी मां के भजनों के गाने बजाये जा रहे हैं।