खरसिया – खरसिया वन परिक्षेत्र के अंतर्गत कई ग्रामो में भालू का आंतक फैला रहे हैं। ग्रामीणजन भालुओ के आंतक से आजकल अपने खेतो में कृशि कार्य जाने से कतरा रहे हैं। खरसिया वनपरिक्षेत्र का सबसे ज्यादा प्रभावित ग्राम गीधा, भैनापारा, सोनबरसा, अमझर, करपीपाली, बसनाझर जो कि पहाड के किनारे बसे हुए ग्राम है। जहां हर साल खेतो में काम करते वक्त इन भालूओं द्वारा कृशको एवं ग्रामीणो पर हमला कर घायल कर देते है। वहीं स्थानीय प्रषासन एवं वन विभाग इस ओर कोई ध्यान नहीं देता है। जिससे ग्रामीणो को भारी परेषानियों का सामना करना पडता है। ताजा घटना दिनांक 7 सिंतबर का है जबकि ग्राम गीधा के ग्रामीण भागूराम पटैल पिता परसराम पटेल उम्र 40 वर्श अपने खेत में निंदाई करने गया था तभी भालू ने पीछे से हमला कर उसे गंभीर रूप से घायल कर दिया इस घटना को उसकी पत्नि ने देख गांव पहुंच कर लोगो को बताया तब जाकर लोगों ने खेत से घायल ग्रामीण जिसके सिर को भालू को लहु लुहान कर दिया था। को किसी तरह लेकर षासकीय अस्पताल पहुंचे जहां चिकित्सकों ने घायल ग्रामीण को प्राथमिक इलाज करते हुए गंभीर चोटे देखते हुए उसे जिला चिकित्सालय रिफर कर दिया जहां वर्तमान में उसका इलाज चल रहा है। ग्रामीणो ने इस घटना की सूचना वन विभाग को दे दिया है। किंतु वनविभाग द्वारा भालू के हमलों से बचाने हेतु ग्रामीणो का कोई मदद नहीं किया जाता है। जिससे ग्रामीणो मे वन विभाग के प्रति काफी रोश व्याप्त है। फोटो सहित समाचार प्रकाषित करें ।