रायगढ़ – जिंदल पर वादा खिलाफी अत्याचार एवं शोषण का आरोप लगा कर कोयला परिवहन कर्ता आज से अमरण अनशन पर बैठ गये है। ट्रेलर मालिक कल्याण संघ के बैनर तले चल रहे इस आंदोलन में रायगढ़ सहित घरघोड़ा, छाल, ऐडू, खरसिया, शक्ति एवं तमनार के गाड़ी मालिक शामिल है। यूनियन ने भाड़े में 20 प्रतिशत बढ़ोतरी की मांग की है।
ट्रेलर मालिक कल्याण संघ का आंदोलन धीरे-धीरे उग्र होता जा रहा है। पहले धरना फिर क्रमिक भूख-हड़ताल और अब अमरण अनशन प्रारंभ हो गया है। आज आशीष यादव, भरत कछवाहा एवं सन्नी संसोवा आमरण अनशन पर बैठ गये। तीेनो ने स्पष्ट रूप से कहा कि स्वेच्छा से चल रहा उनका अमरण अनशन भाड़े में बढ़ोतरी के बाद ही समाप्त होगा।
इधर आंदोलन को आज जिला पंचायत सदस्य प्रकाश नायक, पूर्व जनपद पंचायत अध्यक्ष छोटू बहिदार एवं युवा पत्रकार युवराज सिंह ने आंदोलन स्थल पर आकर अपना समर्थन दिया है।
इधर जिला प्रशासन ने भी अब तक आंदोलन कारियों की काइ्र सुध नही ली है। दिन बितने तक जिला प्रशासन अथवा जिला चिकित्सालय के किसी चिकित्सक ने आमरण अनशन कर्ताओं के स्वास्थ्य की कोई चिंता नही की ओर न ही उनका कोई स्वास्थ्य परीक्षण हुआ हैं हालंाकि आज पहला दिन होने की वजह से अब तक अमरण अनशन कर्ताओं के स्वास्थ्य में कोई खास फर्क नही दिखा है।
बहरहाल जिला कलेक्टर कार्यालय के सामने चल रहे इस आंदोलन में जिले भर के कोयला परिवहन कर्ताओ का मजमा लगा हुआ है। अध्यक्ष राकेश पाण्डेय का कहना है कि जिंदल प्रशासन ने एक ही जगह के भाड़े के लिये छत्तीसगढि़यों और उड़ीसा वालों के लिये अलग-अलग भाड़े तय कर न केवल छत्तीसगढि़यों को कमजोर और लाचार समझा हे वरन् acमालिकों और आम छत्तीसगढि़यों के स्वाभिमान को ललकारा हैं। उड़ीसा के गाड़ी मालिकों से उसने न केवल कम भाड़ा देना शुरू किया है वरन् छत्तीसगढि़यों को इतना कम भाड़ा देना शुरू कर दिया हे कि गाडि़य ही बिक जाये। इस स्थिति से उबरने के लिये आज ट्रेलर मालिक कल्याण संघ के बैनर तले एक हजार गाडि़यों के पहिये रोक कर गाड़ी मालिक आंदोलन कर रहे है और यह आंदोलन तब तक समाप्त नही होगा जब तक उनकी मांग नही मान ली जाती।
छाल इकाई के कोर कमेटी सदस्य संजय शर्मा एवं राज कमल गोयल के संयुक्त बयान देते हुए कहा कि जिंदल प्रशासन की राह पर शोषण करते हुए जिंदल के ट्रांसर्पोटर पाँच सौ रूपये प्रति गाड़ी की रिश्वत गाड़ी चलाने के नाम का लेते है जिसका नाम उन्होने बिल्टी कमीशन रख दिया है। छाल के भाड़े और उड़ीसा के भाड़े में अंतर समझने के लिये इतना ही काफी है कि जहां उड़ीसा से आ रहे कोयले का पैतीस किलोमीटर की तीन सौ पैतालीस रूपये है वहीं छाल से साठ से पैसठ किलोमीटर का भाड़ा तीन सौ बीस रूपये है। इसका डीजल, टायर, पार्ट्स आदि लगाने के बाद भी न तो बरोद से और न ही छाल से पेतीस किलामीटर के बराबर का भाड़ा मिल रहा हैं। यह छत्तीसगढि़यों का शोषण नही तो और क्या है ?
आज के धरना स्थल पर – प्रकाश नायक, मंजुल दीक्षित, अनिल शुक्ला, देवेश शर्मा, चुन्नू पाण्डेय, आलोक सिंह, राकेश पाण्डेय, सरबजीत सिंह, अरविंद गुप्ता, शाहनवाज खान, सत्येन्द्र बहिदार, प्रमोद कुमार सिंह, राकेश सिंघानिया, सूरज शर्मा, आशीष (अंशु यादव), विनोद मारको, सतीश शर्मा, जसप्रीत सिंह जोहली, विनोद गोयल, सुरेश उपाध्याय, अमित नायक, किरण पण्डा, पवन शर्मा, मुकेश अग्रवाल, मयंक मोदी, जीवंत जयसवाल, राजेन्द्र पाटीदार, नीखिल अग्रवाल, मनीष सिन्हा, अवधेश सिंह ठाकुर, सुरेन्द्र बंसल, पल्लु बेरीवाल, विवेक कुमार त्रिपाठी, राजीव शाह, पप्पू सिंह बदन, संजय शर्मा, निर्मल कुमार, अंशुल अग्रवाल, हर्ष नायडू, राजकुमार अग्रवाल, नीरज बर्नवाल समेत सैकड़ो की तादात में ट्रेलर मालिक, समाज सेवी एवं साथी मौजुद थे।