रायगढ । कलेक्टर श्रीमती अलरमेलमंगई डी ने जिले के घरघोड़ा विकास खण्ड के ग्राम खोखरोआमा में एक निजी कंपनी टीएनआर द्वारा स्वयं के उपयोग के लिए बनाए गए रिजर्वायर (बांध) की दीवार टूट जाने के मामले में कंपनी को नोटिस जारी करने के निर्देश एसडीएम घरघोड़ा को दिए है। कलेक्टर ने बांध के पानी के गांव में घुसने तथा फसलों की क्षति का भी आंकलन कर सूची तैयार करने को कहा है। ज्ञातव्य है कि 5 अक्टूबर को टी.एन.आर.कंपनी द्वारा बनाया गया राखड़ बांध की दीवार अचानक धसक गई, इसकी वजह से खोखरोआमा गांव में पानी घुस गया। आसपास के किसानों द्वारा बोई गई धान, उड़द आदि की फसल को भी नुकसान पहुंचा है।
कलेक्टर श्रीमती मंगई डी ने आज यहां सृजन सभाकक्ष में आयोजित समय-सीमा की बैठक में मुख्यमंत्री जनदर्शन, जन शिकायत निवारण प्रकोष्ठ, कलेक्टर जनदर्शन एवं टीएल के लंबित पत्रों के निराकरण की स्थिति की विभागवार गहन समीक्षा की। उन्होंने सभी विभागों के अधिकारियों को लंबित आवेदनों का निराकरण तत्परता से करने की हिदायत दी। उन्होंने खरसिया स्थित शासकीय चिकित्सालय के संबंध में मिल रही शिकायत पर भी नाराजगी जताई और मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को वहां की व्यवस्था में सुधार लाने के निर्देश दिए। जिले में स्वास्थ्य विभाग की अनुमति के बिना निजी संस्थानों एवं समाज सेवी संगठनों द्वारा हेल्थ कैम्प के आयोजन को लेकर कलेक्टर ने अप्रसन्नता जताई और कहा कि यह स्थिति ठीक नहीं है। शासन का स्पष्ट निर्देश है कि किसी भी निजी संस्था द्वारा यदि कही पर भी हेल्थ कैम्प लगाया जाता है तो उसकी विधिवत लिखित सूचना देकर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी से अनुमति प्राप्त करना अनिवार्य है। उन्होंने सीएमओ डॉ. उरांव को शासन के इस निर्देश का कड़ाई से पालन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। समय-सीमा की बैठक में बिना सूचना अनुपस्थित रहे धरमजयगढ़ वन मंडल के वनमंडलाधिकारी तथा नगर पालिका खरसिया के मुख्य नगर पालिका अधिकारी पर भी कलेक्टर ने अप्रसन्नता जताते हुए कहा कि यह ठीक नहीं है। समय-सीमा एवं जनदर्शन के आवेदनों के निराकरण में रूचि न लेने के मामले को लेकर कलेक्टर ने ग्रामीण यांत्रिकी सेवा के कार्यपालन अभियंता श्री के.के.किण्डो को अपनी कार्यशैली में बदलाव लाने की नसीहत दी। उन्होंने कहा कि जनदर्शन में मिलने वाले आवेदनों को प्राथमिकता से निराकृत किया जाना चाहिए।
बैठक में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना अंतर्गत संचालित कार्यों एवं कार्यरत श्रमिकों की जनपदवार गहन समीक्षा की गई। कलेक्टर श्रीमती मंगई डी ने जनपदों के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों तथा मनरेगा के कार्यक्रम अधिकारियों को स्वीकृत कार्यों को तेजी से चालू कराए जाने के साथ ही श्रमिकों की संख्या में वृद्धि के निर्देश दिए। कलेक्टर ने कहा कि एक सप्ताह के भीतर प्रत्येक जनपद में मनरेगा के तहत कम से कम तीन-तीन हजार श्रमिक कार्यरत हो यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए। बैठक में विशेष रेल कारिडोर परियोजना के निर्माण के लिए पेड़ों की कटाई एवं उठाव की स्थिति की भी समीक्षा की गई। कलेक्टर ने जनपद एवं नगरीय निकाय के अधिकारियों को राशन कार्ड धारियों का बैंक खाता एवं आधार कार्ड के लिंकेज में तेजी लाने के निर्देश दिए। बैठक में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री नीलेश क्षीरसागर, अपर कलेक्टर श्री श्याम धावड़े एवं प्रियका महोबिया, सहायक कलेक्टर श्री ऋतुराज रघुवंशी सहित समस्त एसडीएम एवं सभी विभागों के अधिकारी मौजूद थे।