शिक्षाकर्मी व शिक्षक पंचायतों का वेतन लंबित रखने का मामला
रायगढ़, 19 अगस्त 2015/ कलेक्टर श्रीमती अलरमेल मंगई डी ने आज यहां सृजन सभाकक्ष में आयोजित समय-सीमा की बैठक में मुख्यमंत्री जनदर्शन, लोक शिकायत निवारण प्रकोष्ठ, कलेक्टर जनदर्शन व टीएल के लंबित पत्रों के निराकरण की स्थिति की विभागवार गहन समीक्षा की और संबंधित विभाग के अधिकारियों को तत्परता से इनका निदान करने के निर्देश दिए। कलेक्टर श्रीमती मंगई डी ने जिले में शिक्षा कर्मियों एवं शिक्षक पंचायतों का बीते तीन माह से वेतन भुगतान लंबित होने की शिकायत पर गहरी नाराजगी जताते हुए कहा कि यह स्थिति ठीक नहीं है। आबंटन उपलब्ध होने के बावजूद भी धरमजयगढ़ में शिक्षाकर्मी एवं शिक्षक पंचायतों का वेतन लंबित रखने के मामले को उन्होंने गंभीरता से लेते हुए इसके लिए धरमजयगढ़ के खण्ड शिक्षा अधिकारी एस.आर.सिदार को कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए तीन दिन के भीतर जवाब-तलब किया है। कलेक्टर ने सभी जनपदों के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों को बैठक में स्पष्ट रूप से निर्देशित किया कि वे शिक्षाकर्मियों एवं शिक्षक पंचायतों के वेतन भुगतान, क्रमोन्नति, पदोन्नति के मामलों को तत्परता से निराकृत करें।
कलेक्टर श्रीमती मंगई डी ने बैठक में शालाओं में विद्यार्थियों को गणवेश वितरण की स्थिति के बारे में भी शिक्षा अधिकारी से पूछताछ की। उन्होंने कहा कि जिन शालाओं में गणवेश सिलाने के लिए कपड़े नहीं मिले है वहां की शाला प्रबंधन समितियों को पूर्व में ही स्थानीय स्तर पर कपड़ा खरीदकर बच्चों का गणवेश तैयार करवाने के लिए निर्देशित किया जा चुका है। उन्होंने समस्त एसडीएम को इस संबंध में बीईओ की बैठक बुलाकर गणवेश तैयार कराने एवं वितरण की स्थिति की समीक्षा करने के निर्देश दिए। जनपदों के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों को प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना, जीवन ज्योति योजना का फार्म पंचायत सचिवों के माध्यम से नियमित रूप से संबंधित ईलाके के बैंकों को उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जिले में उक्त बीमा योजना के तहत साढ़े आठ लाख लोगों को बीमित किया जाना है। जिले में अब तक 4 लाख 637 लोगों को बीमित किया जा चुका है। कलेक्टर श्रीमती मंगई डी ने बैठक में जननी सुरक्षा योजनान्तर्गत लाभान्वित हितग्राहियों के कालातीत चेक के रिनीवल तथा गुमे अथवा फटे चेक के स्थान पर नया चेक जारी किए जाने की स्थिति की भी खण्डवार समीक्षा की। उन्होंने कहा कि शत-प्रतिशत हितग्राहियों को जननी सुरक्षा योजना की प्रोत्साहन राशि के चेक का भुगतान सुनिश्चित किया जाना चाहिए। कलेक्टर ने जिले में बारिश एवं बाढ़ की स्थिति से सार्वजनिक परिसंपत्तियों के नुकसान की स्थिति के बारे में भी अधिकारियों से जानकारी ली और आवश्यकतानुसार मरम्मत का प्रस्ताव प्राक्कलन सहित भिजवाने के निर्देश दिए।
कलेक्टर श्रीमती मंगई डी ने रायगढ़ जिले के ग्राम बडग़ांव, जुनवानी एवं बंगुरसिया में हाथियों से फसल नुकसान की स्थिति के बारे में भी वन विभाग से पूछताछ की। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन को यह शिकायत मिल रही है कि वन विभाग की उदासीनता की वजह से किसानों को न तो समय पर मुआवजा मिल रहा है और न ही वन विभाग के कर्मी हाथियों से फसल नुकसान की रोकथाम के लिए किसानों एवं ग्रामीणों को सहयोग कर रहे है। कलेक्टर ने कहा कि यह स्थिति ठीक नहीं है। उन्होंने वन विभाग के अधिकारियों को इस मामले में संवेदनशीलता एवं तत्परता बरतने की हिदायत दी। कलेक्टर ने उक्त तीनों गांवों में फसल नुकसान की स्थिति का मौका-मुआयना कर मुआवजे का प्रकरण तैयार करने एवं किसानों को तत्परता से मुआवजा राशि का वितरण सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। ज्ञातव्य है कि उक्त तीनों गांवों में बीते एक माह से हाथियों के झुंड का आना-जाना लगातार जारी है। हाथी इन गांवों में फसल को खा रहे और रौंद रहे है। शासन द्वारा फसल नुकसान के लिए सिंचित प्रति हेक्टेयर के मान से साढ़े 13 हजार तथा असिंचित फसल प्रति हेक्टेयर 8600 रुपए मुआवजा दिए जाने का प्रावधान किया गया है। कलेक्टर ने बैठक में आधार कार्ड का राशन कार्ड से लिंकेज किए जाने, राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना एवं मुख्यमंत्री स्वास्थ्य बीमा योजना के अंतर्गत स्मार्ट कार्ड बनाए जाने, छात्र संघ चुनाव, कौशल उन्नयन प्रशिक्षण के लिए हितग्राहियों का चयन, शौचालय निर्माण तथा मनरेगा के अंतर्गत लेबर बजट के अनुसार रोजगार मूलक कार्यों के प्रस्ताव एवं प्राक्कलन के बारे में भी अधिकारियों को विस्तृत दिशा-निर्देश दिए। बैठक में अपर कलेक्टर श्री श्याम धावड़े एवं प्रियंका महोबिया, एसडीएम सर्वश्री अभिजीत सिंह, के.एस.मण्डावी, आई.एस.ठाकुर, एस.एन.राम, संयुक्त कलेक्टर एन.आर.साहू सहित सभी विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।