खरसिया। नगर में नौ दिनों से विराजमान माँ जगत जननी की प्रतिमाओं का विसर्जन विजयादशमी के दिन प्रारंभ हुआ जो कल आज तक निरंतर विसर्जन का कार्यक्रम जारी रहा। नगर के विभिन्न पंडालो में विराजमान माँ दुर्गा की प्रतिमाओं के विसर्जन पर नगरवासियों ने बैण्ड बाजा, ढोल तासो, डीजे, आदिवासी करमा नृत्य, धमाल के धून पर नाचते गाते माँ दुर्गा को विदाई दी गई। इस दौरान नगर के कुछ दुर्गा समितियों द्वारा आकर्शक एवं मनमोहक झाकियाँ भी बनाई गई थी जो लोगो को मन मोह रही थी।
विदित हो कि खरसिया नगर की नवरात्रि मेला क्षेत्र की प्रसिद्ध मेला है। जिसमें नौ दिनों तक शहरवासी नगर के विभिन्न स्थानो जैसे स्टेशन चौक, गंज बाजार, पोस्ट आफिस रोड, छपरीगंज, मौहापाली रोड, गौरव पथ, रायगढ चैक, पुरानी बस्ती, हमालपारा, गंज पिछे, चंदन ताल रोड, कन्या विवाह भवन के पास, पुत्रीशाला रोड आदि जगहो में लगभग 35 बडे बडे पंडाल बनाकर माँ जगत जननी दुर्गा माता की प्रतिमा स्थापित कर पूरे विधि विधन से पूजा अर्चना किया गया। इस दौरान नगर के पंडालो में सवा मनी प्रसाद के अलावा पूडी सब्जी का भंडारा का भी आयोजन किया गया। वहीं अनेक पंडालो के द्वारा भव्य भंडारा का आयोजन किया गया जो शहर के समस्त नगरवासियों सहित ग्रामीण क्षेत्रो के रहवासियों को मूंग चांवल कडी का भंडारारूपी प्रसाद ग्रहण कराया गया। नवरात्रि के अंतिम दिन अर्थात नवमी से षहर के विभिनन पंडालो मे विराजित माँ दुर्गा की प्रतिमाओं का विजर्सन का कार्यक्रम प्रारंभ हुआ जो आज दिनांक को समाप्त हुआ। इस दौरान दुर्गा समितियों के सदस्यों द्वारा बैण्ड बाजा, ढोल तासो, डीजे, आदिवासी करमा नृत्य, धमाल के धून पर नाचते गाते माॅं दुर्गा को विदाई दी गई। इस दौरान नगर के कुछ दुर्गा समितियों द्वारा आकर्षक एवं मनमोहक झाकियाँ भी बनाई गई थी जो लोगो को मन मोह रही थी। इस नवरात्रि मेले में शहर के अलावा ग्रामीण क्षेत्र जैसे डभरा, फगुरम, चपले, भूपदेवपुर, छाल, कुडेकेला, सक्ती, झाराडीह, मालखरौदा, अडभार, सहित षहर से लगे हुए ग्रामीण क्षेत्रवासी भी खरसिया की प्रसिद्ध नवरात्रि मेले का आनंद उठाने खरसिया पहुंचे। इस दौरान शहर के दुर्गा पंडालो की सजावट, झांकियाँ आदि देखकर श्रद्धालुओं का मन पुलकित हो उठा। दुर्गा समितियों द्वारा पूरे नगर को रंग बिरंगी झालरो से सजाया गया था जो सब का मनमोह रही थी ।