प्रत्येक गांव में रोजगार मूलक काम शुरू करने के निर्देश
रायगढ़ – कलेक्टर श्रीमती अलरमेलमंगई डी ने आज यहां सृजन सभाकक्ष में आयोजित समय-सीमा की बैठक में इस साल समर्थन मूल्य पर धान खरीदी के लिए पंजीकृत किसानों की संख्या में लगभग 5 हजार तथा धान के बोए गए रकबे में 11 हजार हेक्टेयर की बढ़ोत्तरी को देखते हुए समस्त एसडीएम को अपने-अपने ईलाके में इसका भौतिक सत्यापन करने के निर्देश दिए है। कलेक्टर ने कहा है कि बीते वर्ष की तुलना में जिले में इस साल 5 हजार नये किसान तथा धान के रकबे में बढ़ोत्तरी का मामला शंकास्पद है। उन्होंने एसडीएम को अपने-अपने ईलाके के नये किसानों के नाम एवं उनके द्वारा बोए गए रकबे का मौका-मुआयना कर रिपोर्ट देने के निर्देश दिए है। कलेक्टर ने कहा कि इस मामले में किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। गड़बड़ी पाए जाने पर जिम्मेदारी तय कर दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की भी बात उन्होंने कही। कलेक्टर ने बैठक में सारंगढ़, धरमजयगढ़ एवं घरघोड़ा ईलाके के कुछ गांवों में नये किसानों की संख्या में 20 से 49 प्रतिशत की बढ़ोतरी के मामले की सघन जांच के भी निर्देश दिए। कलेक्टर ने इस साल धान खरीदी के लिए खरीदी केन्द्रों में किसानों को मूलभूत सुविधा मुहैय्या कराने के साथ ही प्रत्येक तहसील में एक-एक धान खरीदी केन्द्र को मॉडल केन्द्र के रूप में स्थापित करने के भी निर्देश अधिकारियों को दिए।
कलेक्टर ने कहा कि धान खरीदी केन्द्रों में छाया, पानी, बिजली, शौचालय आदि की व्यवस्था होनी चाहिए। उन्होंने अधिकारियों को यह भी सुनिश्चित करने को कहा कि धान बेचने के लिए आए किसानों को इंतजार न करना पड़े इसके लिए बकायदा गांव वार रोस्टर तय किया जाए और रोस्टर के आधार पर ही संबंधित गांव के किसान को धान बेचने के लिए खरीदी केन्द्र में आने की सूचना भी दी जाए। कलेक्टर श्रीमती मंगई डी ने बैठक में मनरेगा के तहत जनपदवार कार्यरत श्रमिकों की संख्या के बारे में जनपदों के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों से जानकारी ली। कलेक्टर ने कहा कि जिले के प्रत्येक गांवों में जरूरतमंद लोगों को गांव में ही रोजगार मुहैय्या कराने के लिए मनरेगा के तहत काम शुरू किए जाने चाहिए। उन्होंने जनपदों के सीईओ को प्रत्येक गांवों में पर्याप्त संख्या में रोजगार मूलक कार्य की स्वीकृत कराने के भी निर्देश दिए।
कलेक्टर श्रीमती मंगई डी ने बैठक में जानकारी दी कि मुख्यमंत्री डॉ. सिंह की घोषणा के अनुरूप 31 अक्टूबर को शक्ति दिवस के रूप में मनाया जाना है। इस दिन जिला स्तर पर वृहद कार्यक्रम आयोजित होगा। इस कार्यक्रम में जिले में खुले में शौच से मुक्त हो चुके 75 गांवों के पंचायत पदाधिकारियों तथा इस काम में महति भूमिका निभाने वाले स्वच्छता सिपाहियों को सम्मानित किया जाएगा। बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ कार्यक्रम के अंतर्गत आगामी 14 नवंबर को जिले में जन-जागरूकता के लिए विविध कार्यक्रम एवं रैली का आयोजन करने के निर्देश महिला एवं बाल विकास विभाग को दिए गए। कलेक्टर ने मुख्यमंत्री कौशल उन्नयन कार्यक्रम के अंतर्गत विभिन्न विभागों को एमईएस का प्रशिक्षण आयोजित करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने कहा कि युवाओं को प्रशिक्षण देने के लिए विभागवार लक्ष्य निर्धारित कर दिया गया है। उन्होंने इसके लिए विभागों को आवश्यकतानुसार राशि भी उपलब्ध कराए जाने की बात कही। बैठक के प्रारंभ में मुख्यमंत्री जनदर्शन, जन शिकायत निवारण प्रकोष्ठ, समय-सीमा एवं कलेक्टर जनदर्शन के लंबित पत्रों के निराकरण की स्थिति की विभागवार गहन समीक्षा की गई। कलेक्टर ने सभी विभागों के अधिकारियों को लंबित पत्रों का तत्परता से गुणवत्ता पूर्ण निराकरण सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। बैठक में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री नीलेश क्षीरसागर, अपर कलेक्टर श्री श्याम धावड़े एवं प्रियंका महोबिया, सहायक कलेक्टर श्री ऋतुराज रघुवंशी, समस्त एसडीएम व सभी विभागों के अधिकारी मौजूद थे।