[aps] सीटी बसों के संचालन में नोडल अधिकारी बनाए गए निगम के कार्यपालक अभियंता दिनेश कुमार शर्मा ने बताया कि वासुदेव ट्रैवल्स के संचालकों से बसों के संचालन में मौखिक रूप से सहमति बनी थी। लेकिन अंतिम दिन तक उसने अपना टेंडर नहीं भरा, जिसके कारण बात नहीं बन सकी। [/aps] लगभग एक महीने से निगम की सीटी बस सड़कों पर चलने के लिए तैयार है। लेकिन अभी तक बसों को संचालन के लिए निगम की तरफ से किसी के साथ अनुबंध नहीं हो सका है। हालांकि इस दौरान संचालन के निगम की तरफ से नए सिरे से टेंडर जारी किया गया। अंतिम तारीख खत्म होने के बाद उसमें बढ़ोतरी भी की गई ताकि कोई कंपनी बसों के संचालन की जिम्मेदारी ले सके। लेकिन बुधवार को बढ़ाई गई अंतिम तारीख भी समाप्त हो गई। लेकिन बताया जाता है कि इस बार भी निगम को खाली हाथ ही रहना पड़ा। अब बताया जा रहा है कि निगम की तरफ से एक बार फिर टेंडर जारी किया जाएगा। निगम अधिकारियों को उम्मीद है कि इस बार किसी न किसी कंपनी को अनुंबधित कर लिया जाएगा।
[toggle title=”आयुक्त की बातों को नकारा” state=”open”]बसों के संचालक नहीं मिलने पर निगम आयुक्त द्वारा कहा गया था कि अगर किसी कंपनी के साथ अनुबंध नहीं होता है तो निगम की तरफ से खुद बसों को चलाने की व्यवस्था की जाएगी। लेकिन निगम आयुक्त के बातों को कार्यपालक अभियंता को नकारते हुए बताया कि निगम के लिए बसों के संचालन कराना संभव नहीं है। हमारे पास न तो संसाधन है, न ही हमारे पास काम करने के लिए वर्कर हैं। ऐसे में निगम द्वारा बसों को चलाए जाने की बात फिलहाल संभव नहीं है।[/toggle]