बेटियों की जीवन रक्षा के लिए लोगों से अपील
रायगढ़, 23 अगस्त 2015/ कलेक्टर श्रीमती अलरमेल मंगई डी के दिशा-निर्देशन में रायगढ़ जिले में संचालित बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ कार्यक्रम के अंतर्गत बालिकाओं के जन्म एवं उनकी शिक्षा-दीक्षा के प्रति लोगों के दृष्टिकोण में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए जगह-जगह जन-जागरूकता के कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे है। इसी सिलसिले में एकीकृत बाल विकास परियोजना बरमकेला में बीते 19 अगस्त को नगर पंचायत अध्यक्ष श्रीमती वत्सला नायक एवं नगर पंचायत के पार्षदगणों की मौजूदगी में पांच बालिकाओं का संयुक्त रूप से जन्मोत्सव मनाया गया। बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ कार्यक्रम के प्रति जन-जागरूकता लाने के उद्देश्य से रैली भी निकाली गई। इस अवसर पर पर्यवेक्षक कु.पूर्णिमा यादव सहित महिला स्व-सहायता समूह से जुड़ी महिलाएं व बड़ी संख्या में ग्रामीण जन उपस्थित थे।
बालिका जन्मोत्सव कार्यक्रम को नगर पंचायत बरमकेला की अध्यक्ष श्रीमती वत्सला नायक सहित अन्य गणमान्य लोगों ने संबोधित किया और नवजात बालिकाओं को शुभाशीष प्रदान करते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की। श्रीमती नायक ने कहा कि बेटी ईश्वर का अनुपम उपहार है। बेटी है तो सृष्टि है, इस बात को हमें नहीं भूलना चाहिए। उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है कि बेटियों के साथ दोयम दर्जे का व्यवहार न किया जाए। बेटियां किसी मामले में बेटो से कम नहीं है। उनके लालन-पालन और शिक्षा-दीक्षा का विशेष ख्याल माता-पिता को रखना चाहिए। बेटियां आज अपनी प्रतिभा की बदौलत समाज में सम्मान जनक स्थान प्राप्त करने लगी है। हम सबको यह संकल्प लेना चाहिए कि बेटियों को हमेशा प्रोत्साहित करें। महिला बाल विकास विभाग की पर्यवेक्षक कु. पूर्णिमा यादव ने इस मौके पर बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ कार्यक्रम के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए कहा कि बेटियों की संख्या में लगातार गिरावट आ रही है। इसकी वजह से समाज संरचना को बिगडऩे का खतरा मंडराने लगा है। समाज के लोगों में बेटों की चाह में बेटियों की भु्रण हत्या हो रही है। सामाजिक संरचना एवं सृजन को बनाए रखने के लिए बेटिया जरूरी है। जब बेटी ही नहीं होगी तो बेटों के लिए बहू कहां से लायेंगे। उन्होंने लोगों से बेटी और बेटो के बीच के अंतर को खत्म करने की अपील की। पर्यवेक्षक कु.पूर्णिमा यादव ने बालिका भु्रण हत्या को रोकने, बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने, नोनी सुरक्षा योजना, सुकन्या समृद्धि योजना के बारे में विस्तार से जानकारी दी। कार्यक्रम में बरमकेला के गौरी-गोरखनाथ सिदार, सविता-बनमाली कोडकू, संध्या-भागीरथी निषाद, जानकी-रामनाथ नायक एवं ललिता-कृष्णा बरेठ की नवजात बालिकाओं का जन्मोत्सव मनाया गया। इन सभी पांचों बालिकाओं का जन्म बीते 6 माह में हुआ है। कार्यक्रम में मौजूद अतिथियों ने पांचों बालिकाओं को तिलक लगाकर उनका अभिनंदन किया और उनके सिर पर हाथ फेरकर अपना स्नेहिल आशीर्वाद प्रदान किया। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व सहायिका, महिला स्व-सहायता समूह से जुड़ी महिलाएं उपस्थित थी।