मालखरौदा ब्लाॅक अंतर्गत ग्राम पंचायत मुक्ता के करीब 90 एकड की क्षेत्रफल मे फैले मूडा तालाब का पार तेज बारिश से ढह गया। जहां तालाब का पानी खेतो की ओर बह गया।वही किसानो के करीब 200 एकड मे लगाए गए फसल बारिश का पानी मे डूब गया।जिससे किसानो के फसल पानी मे बह गया।ऐसे मे किसानो को भारी नुकसान का सामना करना पडा। वहां के खेत तालाब बन गये हैं । जहां धान का फसल पूरी तरह तबाह हो गई है। जहां अधिकांश किसानों ने धान का रोपाई तथा बोआई कार्य कराया था।जो बारिश के कारण पानी मे बह गया है।वही बारिश से टूटे तालाब का पानी नहर सडक तथा गलियो मे प्रवेश कर लिया था।जिससे सडक क्षतिग्रस्त हो गया।जहां राहगीरो को आवागमन करने के दौरान भारी परेशानी का सामना करना पडा।वही नहर भी पूरी तरह टूट गया।जहां से नहर का पानी अस्त व्यस्त बहने लगा है।ऐसे मे अभी भी किसानो का फसल खराब होना जारी है।वही नीचले गलियो मे पानी का भराव हो गया था।जहां कुछ रहवासियो के मकान पर भी पानी घुस गया था।ऐसे मे मुहल्लावासियो की मकान के ढहने का आशंका थी।जहां लोग अपनी सुरक्षा को ध्यान मे रखते हुए अपनी मकान छोड कर बस्ती कि ओर निकल गये थे।वहां बारिश होने से अनेको मकान क्षतिग्रस्त हो गये ।वही रहवासियो व्दारा तालाब के टूटे हिस्सो को बांधने रेत बोरी को तट पर रखने का कोशिश की गई।लेकिन पानी का तेज बहाव के कारण तालाब का टूटे हिस्सा जुड नही पा रहा था।जहां लोगो को पूरे गांव की गलियो मे पानी भरने का भय सताने लगा।ऐसे मे रहवासियो को अपने सुरक्षा को ध्यान मे रखते हुए रतजगा करने मजबूर होना पडा।वही बडी मशक्कत कर रहवासियो व्दारा जैसे तैसे कर अस्थायी रूप से टूटे तट को बांधा गया।जिससे तालाब के पानी का बहाव तो रूक गया।लेकिन अस्थायी ढंग से तालाब के टूटे हिस्सा को बांधा गया है।ऐसे मे आगामी दिनो बारिश होने पर तालाब के पुन: टूटने का संभावना बना हुआ है।ग्रामीणो ने तालाब के पार को सिमेण्टेड कर बांधने का मांग की है।
⚡आर पी चौहान⚡
सीईओ/ डिप्टी कलेक्टर
मालखरौदा
इसकी विस्तृत जानकारी ली जाएगी।वहां की तालाब के टूटे हिस्सा को सीमेण्टेड कार्य कराकर मजबूत बंधवाने तथा बर्बाद हुए फसलो का मुआवजा दिलाने विभागीय उच्चाधिकारियो को पत्र लिखा जाएगा।