रायगढ़ – कलेक्टर श्रीमती अलरमेलमंगई डी के निर्देशानुसार केजी कालेज के समाज शास्त्र विभाग द्वारा जिले में कार्यरत अद्र्धशासकीय एवं अशासकीय बाल संरक्षण संस्थानों का सोशल ऑडिट किया गया। सोशल ऑडिट का यह कार्य सुप्रीम कोर्ट के गाईड लाईन के अंतर्गत किशोर न्याय, बालकों की देखरेख एवं संरक्षण अधिनियम 2000 के प्रावधानों के अंतर्गत पूरा किया गया।
जिले में बाल संरक्षण के कार्य में जुटी अद्र्धशासकीय संस्थाएं, बाल कल्याण समिति, किशोर न्यायालय बोर्ड, विशेष किशोर पुलिस ईकाई के साथ ही अशासकीय संस्था नई उम्मीद, बाल आश्रय गृह आशियाना, बालिका गृह-चक्रधर बाल सदन, विशेष दत्तक ग्रहण एजेन्सी- मातृ निलियम सहित कुल 7 संस्थाओं का सोशल ऑडिट कर प्रतिवेदन कलेक्टर रायगढ़ को भेजा गया है। इस दौरान विशेष किशोर पुलिस इकाई से डीएसपी मोनिका ठाकुर, बाल कल्याण समिति की अध्यक्ष श्रीमती जस्सी फिलीप, किशोर न्याय बोर्ड के दिनेश्वर देवांगन, नई उम्मीद आशियाना एवं मातृ निलियम के संचालक एस.एस.मोहंती, चक्रधर बाल सदन की प्रभारी श्रीमती पिंकी शर्मा ने सोशल ऑडिट के लिए अपने संस्थान के दस्तावेज उपलब्ध कराए एवं प्रश्नावलियों को पूण कराया। प्राचार्य श्री अतुल श्रीवास्तव ने बताया कि इन संस्थानों द्वारा समाज में परित्यक्त, मंदबुद्धि, आश्रयहीन, कानून असम्मत व्यवहार, आश्रयहीन बच्चों के कल्याण के लिए विभिन्न गतिविधियों का संचालन किया जा रहा है। संस्थानों का वित्तीय अंकेक्षण समय-समय पर होता है। सामाजिक अंकेक्षण से संस्थाओं को बेहतर कार्य निष्पादन में मदद एवं मार्गदर्शन प्राप्त हो सकेगा। समाज शास्त्र विभाग की डॉ. रीतू शर्मा ने सामाजिक अंकेक्षण दल का नेतृत्व किया। इस दल में समाज शास्त्र विषय के स्नातकोत्तर के विद्यार्थी अनिता सारथी, ललिता भोई, रीता किशन, अनिता प्रधान, प्रीति उपाध्याय, सोनम यादव, थबीर प्रधान, उमेश मालाकार एवं उमेश बरेठ शामिल थे।