खरसिया। भारतीय जनतापार्टी मंडल खरसिया का दो दिवसीय पं. दिनदयाल उपाध्याय प्रषिक्षण महाअभियान का षुभारंभ आज दोपहर दो बजे रायगढ विधायक रोषन अग्रवाल के ध्वजारोण के साथ हुआ। प्रथम दिन के प्रथम सत्र में भारतीय जनता पार्टी के बारे में प्रस्तावना भाशण प्रदेष कार्यसमिति सदस्य गोपाल षर्मा द्वारा संबोधित किया गया वहीं प्रथम सत्र के विशय भाजपा का इतिहास एवं विकास पर मुख्य वक्ता राजेष षर्मा एवं हमारा संधातिक अनुश्ठान विशय पर वक्ता डाॅ. जवाहर नायक द्वारा एवं द्वितीय सत्र में हमारा विचार परिवार पर मुख्य वक्ता विभाग प्रमुख सतीश षर्मा के उदबोधन के साथ संपन्न हुआ। कल कार्यक्रम के दुसरे दिन तृतीय सत्र में केंद्र एवं राज्य सरकार की उपलब्धि पर केंद्रीय खनन एवं इस्पात राज्य मंत्री विश्णुदेव साय का उदबोधन होगा। इस प्रषिक्षण षिविर में कुल 130 लोगो ने अपना पंजीयन कराया। जिसमें मुख्यत‘ श्रीचंद रावलानी, कमल गर्ग, गिरधारी गबेल, राजेंद्र राठौर पालू, छेदू लालराठिया, विनोद कबूलपूरिया, रामचरण अग्रवाल, आनंद अग्रवाल, उपस्थित रहे।
विदित हो कि भारतीय जनता पार्टी द्वारा महासस्यता अभियान में देष में लगभग 11 करोड नये सदस्य बनाये जिनको भारतीय जनता पार्टी के आचार विचार के बारे में जानकारी देने हेतु पूरे देष में महासंपर्क अभियान चलाया जा रहा है जिसके तारतम्य में खरसिया मंडल में भी भारतीय जनतापार्टी मंडल खरसिया का दो दिवसीय पं. दिनदयाल उपाध्याय प्रषिक्षण महाअभियान का आयोजन स्थानीय अग्रसेन भवन में आयोजित किया गया। जिसके प्रथम दिवस अर्थात आज 6 सिंतबर को सुबह 11 बजूे पहुंच कार्यक्रम के साथ कार्यक्रम का षुभारंभ किया जिसके तहत 12 बजे से 1.30 बजे तक पंजीयन का कार्यक्रम संपन्न हुआ ततपष्चात भोजन हुआ। उसके पष्चात ध्वजारोहण का कार्यक्रम 2 बजे रायगढ विधायक रोषन अग्रवाल के हाथो से संपन्न हुआ। ततपष्चात अतिथियों द्वारा माॅं भारती के तैल्य चित्र पर माल्यार्पण किया गया। ततपष्चात अतिथियों को स्वागत एवं वंदेमातरम गान हुआ। उदबोधन की कडी में प्रस्तावना विशय पर वरिश्ठ भाजपा नेता गोपाल षर्मा ने उपस्थित भाजपा कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए बताया कि विगत लोक सभा चुनाव में भाजपा को 17.5 करोड मत मिले जिससे हमें 280 लोकसभा सीट मिली। भारतीय जनता पार्टी ने पूरे देष में महादस्यता अभियान चलाया जिसमें तहत प्रथम चरण लगभग 11 करोड से ज्यादा सदस्य बनाये। रायगढ जिले में लगभग 1 लाख पचास हजार सदस्य बने। दुसरे चरण में उन सदस्यों का संबंध पार्टी से है या नहीं जान पहचान है या नहीं इसकी जानकारी लेना पार्टी ने जरूरी समझा। और इसके लिये उनसे संपर्क करने के लिये महासंपर्क अभियान कार्यक्रम प्रारंभ हुआ जिसमें अधिकत सदस्यो का भाजपा के कार्यकर्ताओं से संपर्क हो। तीसरे चरण में जो सदस्य बने है उनका प्रषिक्षण कार्यषाला का आयोजन हुआ। जिसके तहत प्रांत प्रषिक्षण 4-5 अगस्त को चंपारण में संपन्न हुआ। मडल स्तर के प्रषिक्षण षिविर में नये सदस्य बने उनको पार्टी के नीति रीति से अवगत कराया जाना है इसलिये इस प्रषिक्षण षिविर का आयोजन किया गयाहै। प्रथम दिन के प्रथम सत्र के विशय भाजपा का इतिहास एवं विकास पर मुख्य वक्ता राजेष षर्मा ने संबोधित करते हुए कहा कि 15 अगस्त 1947 को भारत आजाद हुआ जवाहरलाल नेहरू प्रधानमंत्री बने महात्मा गांधी के आग्रह पर उन्होने 2 प्रमुख गैर कांग्रेसी राश्ट्रीय नताओं डाॅ. ष्यामाप्रसाद मुखर्जी एवं डाॅ. बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर को केंद्रीय मंत्रीमंडल में षामिल किया। किंतु नेहरूं सरकार की नीतियों जिनमें पाकिस्तान के प्रति नेहरू सरकार की नरम नीतियों, काष्मीर पर पाकिस्तान का 1947 में आक्रमण एवं श्री नेहरू द्वारा बढती हुई भारती सेना को युद्धविराम कर बीच में रोक देना, संयुक्त राश्ट संघ में काष्मीर विशय को लेजार उलझाना, आदि विशयो पर मतभेद होने के कारण डाॅ. ष्यमाप्रसाद मुखर्जी ने मंत्री परिशद से इस्तीफा दे दिया। और उनहोने पीपुल्स पार्टी नाम की नई पार्टी बर्नइा उसको ही आगे भारतीयजनसंघ मे परिवर्तित किया गया। जनसंघ की स्थापना के पूर्व डा. ष्यामाप्रसाद मुखर्जी ने राश्ट्रीय स्वयं संघ के द्वितीय सरसंघ चालक गुरू जी से मिलकर उनसे सहयोग मांगी तब गुरूजी ने राश्ट्रनिर्माण के लिये राजनीति से दूर, संस्कृति और समाज संगठन का काम आवष्यक बताते हुए स्वीकार नहीं किया किंतु साथ ही गुरूजी ने डाॅ. मुखर्जी को राश्ट्रवादी राजनीतिक दल के विकास के लिये कुछ सुयोग्य एवं ध्येयनिश्ठ संघ कार्यकर्ताओं जिनमें पं. दिनदयाल उपाध्याय, अटल बिहारी बाजपयेी, नानाजी देषमुख, सुंदरसिंह भंडारी जैसे कर्मठ और समर्पित कार्यकर्ताओ उनके साथ भेजा। इस प्रकार अखिल भारतीय स्तर पर राश्ट्रवादी विचारो पर आधारित एक नये राजनैतिक दल भंारतीय जनसंघ का 21 अक्टॅबर 1951 को स्थापना हुई इसके प्रथम अध्यख डाॅ. ष्यामाप्रसाद मुखर्जी बने। 6 अप्रैल 1980 को जनसंघ भारतीय जनता पार्टी के रूप मे ंएक नया रजानीतिक दल बन कर सामने आया। 1984 के चुनाव में 7.40 प्रतिषत मत, 1989 में 11.49 प्रतिषत मत 1991 में 20.04 प्रतिषत मत प्रापत हुए। 1999 में भाजपा की केंद्र पर सरकार बनाई एवं 2014 मे ंपुनः भाजपा ने केंद्र सरकार बनाई। द्वितीय सत्र में हमारा संधातिक अनुश्ठान विशय पर वक्ता डाॅ. जवाहर नायक द्वारा संबोधित किया गया। वहीं द्वतीय सत्र में हमारा विचार परिवार पर मुख्य वक्ता राश्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के रायगढ विभाग प्रमुख सतीश षर्मा ने अपने उदबोधन में राश्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के बारे मे ंअपने विचार रखे । श्री षर्मा ने अपने उदबोधन में कहा कि राश्ट्रीय संवक संघ भारत माता के उत्थान में लगा है। संघ के स्थापना के पीछे भारत के इतिहास को जानना पडेगा। हम भारत भूमि को केवल भूमि नहीं वरण अपनी माॅं मानते है। और अपने माॅं के परम वैभव को प्राप्त करने दिनरात जुटे हुए है। श्री षर्मा ने इतिहास बताते हुए कहा देष के आजादी में संघ का भी योगदान रहा है। देष में आजादी के लिये लड रहा था तब नरम दल एवं गरम दल से इनका राश्ट्रीय स्वयं सेघ संघ के प्रथम सरसंघ चालक डाॅक्टर केषवरराम बलिराम हेडगेवार का अच्छा संबंध था। और वे भारत क्यों गुलाम बना इसका चिंता कर रहे थे। भारत का इतिहास बताता है कि भारत लगभग 1005 वर्श तक गुलाम रहा है। हम किसी जमाने में विष्वगुरू थे फिर हम गुलाम क्यों हो गये इसका चिंतन डाॅक्टर साहब करते थे। इसलिीये उन्होने हिन्दु समाज को एकजुट करने हेतु राश्ट्रीय स्वय संघ की स्थापना। भारत माता को परम वैभव को प्राप्त करने के लिये उन्होने संघ की स्थापना की। संघ हिन्दु उसे मानता है जो हिन्दुस्तान में रहता है उसकी संस्कृति को मानता है वह हिन्दु है। संघ स्पश्ट करता है कि जो यहां के महापुरूशो को मानता है वह हिन्दु है। 90 सालो से संघ ने अपने इसी विचार पर कार्य करते हुए आ रहा है। आज देष को विष्व गुरू बनाने हेतु संघ काम कर रहा है। चना मूरा खाकर काम करने वाले केवल संघ के ही प्रचारक हो सकते है। आज देष में 6000 प्रचारक देष भर मे ंकाम कर रहे है। संघ के अनेक आनुशांगिक संगठन बनाकर कार्य कर रहा है किंतु सभी का एकमात्र कार्य है देष सेवा। श्री षर्मा ने कहा कि हमारे उपर एक महापुरूश का हत्या करने का आरोप लगता रहता है। इस संबंध में हम स्पश्ट करना चाहते है कि सुप्रीम कोर्ट ने उस महापुरूश के हत्या में संघ का हाथनहीं ऐसा आदेष पारित किया हुआ है। किंतु कुछ राजनीतिक दल लोगो को बरगलाते रहते है कि उनकी हत्या में हमारा हाथ है जबकि यह पूर्णतः असत्य है। लोको के मन में जो भा्रतियाॅं फैलाई जा रही है। श्री षर्मा ने कहा कि आज तक संघ पर तीन बार प्रतिबंध लगा लेकिन जितनी बार प्रतिबंध लगा उतनी बार राश्ट्रीय स्वयं सेवक संघ अधिक मजबूत बनकर उभरा है। आज के कार्यक्रम में मुरली राठौर, दीनदयाल अग्रवाल, अषोक मंडी, टीकाराम राठिया, हनुमान अग्रवाल, षषि राठौर, धनसाय यादव, तरूण अग्रवाल, राधेलाल वर्मा, सतीश अग्रवाल, विजय षर्मा, वारिष अली, भवानी यादव, कमलेष नायडू, हरेंद्र चंद्रा, नितीन अग्रवाल, सोनू अग्रवाल, जगदीष अग्रवाल, सुभाशमंत्री, आषादेवी,कैलाष गबेल, राजेष धनसू, चंद्रषेखर राठौर, बृजलाल फोटवानही, प्रकाष चंद फत्ते, नरेष पटेल, मनोज राठौर, नवल कनेर, उमा पटेल, सेतराम पटेल, षंभूदास महंत, द्वारिका राठौर, षोभा नायक, हेमसिंह राठिया, पुरूशोत्तम पटेल, पूरनलाल, मनहरण पटेल, जोगेंद्र सिंह, लीलासिदार, सहसराम, रविंद्र गबेल, कामता गबेल, गुलाब गबेल, जय डनसेना, षषिकांत राठौर, भरत डनसेना, भोगसिंह, बाबूलाल, मातीदास, संतोश यादव, मोहनगबेल, किषोरी महंत, परदेषी सिदार, इष्वर गबेल, हरिनारायण, रोहित राठिया सहित अनेक भाजपा कार्यकता उपस्थित रहे। कल कार्यक्रम के दुसरे दिन तृतीय सत्र में केंद्र एवं राज्य सरकार की उपलब्धि पर केंद्रीय खनन एवं इस्पात राज्य मंत्री विश्णुदेव साय का उदबोधन होगा।