रायगढ़। खुद का मकान होने के बाद भी रेलवे स्टेशन में सोने का बहाना बनाकर वाहन चोर द्वारा शहर के अलग अलग हिस्सों से 8 गाड़ियां पार की गई थी। इसका पर्दाफाश तब हुआ जब वह चोरी किये वाहनों को खपाने के लिए शहर में ही ग्राहक तलाश रहा था। ऐसे में नवनियुक्त एसआईटी की टीम द्वारा वाहन चोर को रंगे हाथ दबोचा गया है और पास से 8 मोटरसाइकिलें जब्त की गई है। जब्तशुदा वाहनों की कीमत तीन लाख साठ हजार रुपए बताई जा रही है।
एसआईटी प्रभारी इंगेश्वर यादव से मिली जानकारी के अनुसार सारंगढ़ थाना क्षेत्र के उलखर निवासी आरोपी उमेश कुमार जोल्हे पिता बाबूलाल जोल्हे उम्र 22 वर्ष पिछले तीन चार सालों से रायगढ़ के सराईभदरा में अपने पिताजी के साथ रहता है। बताया जाता है कि उसका पिता राजमिस्त्री का काम करता है जबकि आरोपी भी रोजी मजदूरी का काम करता था। चूंकि सराईभदरा में वह अपने पिताजी के साथ दिन रहता तो था मगर रात होते ही वह अपने पिता से यह कहकर चला जाता था कि वह रेलवे स्टेशन में सोने जा रहा है। वहीं वह अपने घर से निकलकर शहर की गलियों में खाक छानता था और मकान के सामने खड़ी वाहनों को पार कर देता था। चूंकि पिछले कुछ दिनों से शहर में वाहन चोरी की शिकायत बढ़ गई थी ऐसे में पुलिस कप्तान के निर्देश पर एसआईटी की टीम को चोरी का पर्दाफाश करने की कमान सौंपी गई थी। लिहाजा एसआईटी प्रभारी इंगेश्वर यादव के नेतृत्व में वाहन चोर की पतासाजी की जा रही थी। इसी कड़ी में टीम को मुखबिर से सूचना मिली कि कोतरारोड़ में दशरथ पान ठेला के पास उसे उस वक्त पकड़ा गया। जब वह चोरी किये हुए बाइक को खपाने के लिए ग्राहक तलाश रहा था। ऐसे में पुलिस टीम द्वारा घेराबंदी किये जाने के बाद उसे हिरासत में लिया गया और कड़ी पूछताछ करने पर उसने वाहन चोरी की बात कबूली।
इस मामले में किसी बड़े गिरोह के शामिल होने का अंदेशा मिल रहा है। पुलिस का भी यही मानना है कि इस चोरी की वारदात में और भी आरोपी शामिल हो सकते हैं। ऐसे में पुलिस टीम बाईक चोर गिरोह के अन्य सदस्यों को ढूंढने का प्रयास भी कर रही है।