खरसिया। शासकीय अस्पताल खरसिया द्वारा अस्पताल के कबाडों को बिना टेंडर किये खरसिया के कबाड व्यवसायी को बेच दिया गया। इस संबंध में प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डाॅ. सजन अग्रवाल से जानकारी चाहे जाने पर उन्होने बताया कि कबाड का टैंडर पिछले साल हुआ था इसके अलावा और जानकारी चाहिए तो लेब टेकनिशियन बंजारे से प्राप्त किया जा सकता है।
विदित हो कि शासकीय चिकित्सालय खरसिया जो कि सौ शैया अस्पताल है। अस्पताल परिसर में शहर के समाजसेवी परिवारों द्वारा पहले कई वार्डो का निर्माण कराया गया था। जिसे अस्पताल प्रबंधन द्वारा तोड फोड कर दिया गया तथा उससे प्राप्त कबाड को अस्पताल में ही रखा गया था। जिसे आज बिना टैंडर किये शहर के एक कबाड व्यवसायी को विक्रय कर दिया गया। जब इस संबंध में शासकीय चिकित्सालय के प्रभारी अधिकारी डाॅ. सजन अग्रवाल से जानकारी चाही गई तो उन्होने बताया कि अस्पताल में काफी कबाड एकत्रित हो गया है। जिस कारण परेशानियों का सामना करना पड रहा है। इसलिये हमारे द्वारा उक्त कबाड को बेचा जा रहा है। इस हेतु पिछले साल टैंडर किया गया था जिस पर शहर के उक्त कबाड व्यवसायी द्वारा दर सबसे अधिक दिये जाने के कारण उसे दिया जा रहा है। और अधिक जानकारी चाहिए तो आप अस्पताल के लेब टेकनिशियन बंजारे से प्राप्त कर सकते है। क्योंकि इस कबाड के विक्रय से मिली राशि जीवनदीप समिति के खाते में जमा होता है। इसलिये इस बारे में और अधिकारी श्री बंजारे ही दे सकते है।
पिछले वर्ष भी बेचा गया था कबाड- अस्पताल प्रबंधन द्वारा विगत वर्ष भी इसी भांति अस्पताल के कबाड को बिना टैंडर के विक्रय कर दिया गया था।
डाॅ. सजन अग्रवाल प्रभारी चिकित्सा अधिकारी सिविल हास्पीटल खरसिया -अस्पताल में काफी कबाड एकत्रित हो गया है। जिस कारण परेशानियों का सामना करना पड रहा है। इसलिये हमारे द्वारा उक्त कबाड को बेचा जा रहा है। उक्त कबाड व्यवसायी द्वारा दर सबसे अधिक दिये जाने के कारण उसे दिया जा रहा है। और अधिक जानकारी चाहिए तो आप अस्पताल के लेब टेकनिशियन बंजारे से प्राप्त कर सकते है। क्योंकि इस कबाड के विक्रय से मिली राशि जीवनदीप समिति के खाते में जमा होता है। इसलिये इस बारे में और अधिकारी श्री बंजारे ही दे सकते है।