मनरेगा में मजदूरी भुगतान लंबित होने का मामला
रायगढ़, 28 जुलाई 2015/ कलेक्टर श्रीमती अलरमेल मंगई डी ने आज सृजन सभाकक्ष में जनपदों के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों एवं मनरेगा के कार्यक्रम अधिकारियों की बैठक लेकर महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना मनरेगा की गहन समीक्षा की। कलेक्टर श्रीमती मंगई डी ने जिले में मनरेगा के तहत 14 करोड़ रुपए के मजदूरी भुगतान के लंबित होने के मामले को लेकर गहरी नाराजगी जताई। उन्होंने बैठक में उपस्थित अपर कलेक्टर श्री श्याम धावड़े को इसके लिए समस्त जनपदों के सीईओ और पीओ को कारण बताओ नोटिस जारी करने के साथ ही उनका जुलाई माह का वेतन रोके जाने के निर्देश दिए।
कलेक्टर श्रीमती मंगई डी ने बैठक में कार्यक्रम अधिकारियों से मजदूरी भुगतान लंबित होने के कारण के बारे में भी एक-एक कर पूछताछ की। उन्होंने कहा कि योजनान्तर्गत राशि उपलब्ध होने के बावजूद भी मजदूरी भुगतान लंबित रहना अच्छी स्थिति नहीं है। कलेक्टर ने बकाया मजदूरी का भुगतान 30 जुलाई तक हर हाल में पूरा करने के सख्त निर्देश दिए। कलेक्टर ने मनरेगा के तहत स्वीकृत 40 करोड़ रुपए के कार्य के लंबित रहने के बारे में भी जनपदों के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों और मनरेगा के कार्यक्रम अधिकारियों से जवाब-तलब किया। उन्होंने कहा कि जिले में मनरेगा के तहत चालू वित्तीय वर्ष में 130 करोड़ रुपए खर्च किए जाने के विरूद्ध अब तक 60 करोड़ रुपए के कार्य स्वीकृत किए गए है। जिसमें मात्र 20 करोड़ रुपए ही अब तक व्यय किया गया है। 40 करोड़ रुपए की लागत के स्वीकृत रोजगार मूलक कार्य अभी भी शुरू नहीं हुए है। उन्होंने चालू वर्षा मौसम को देखते हुए मनरेगा फेस-2 के अंतर्गत कराए जाने वाले कार्यों का प्रस्ताव एवं स्टीमेट तत्परता से प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि मनरेगा के तहत शासन द्वारा मजदूरी एवं मटेरियल के लिए निर्धारित अनुपात का हर हाल में पालन किया जाना चाहिए।
कलेक्टर ने बैठक में राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान, सर्वशिक्षा अभियान एवं सीएसआर मद से स्कूलों में शौचालयों के निर्माण के लिए स्वीकृत कार्यों की भी विकास खण्डवार समीक्षा की। शौचालयों के निर्माण में हो रहे विलंब को लेकर भी कलेक्टर ने नाराजगी जताई। शत्-प्रतिशत स्वीकृत शौचालयों का निर्माण 30 जुलाई तक पूरा कराए जाने के निर्देश दिए। एसईसीएल द्वारा सीएसआर मद से स्कूलों में 101 शौचालयों का निर्माण कराए जाने के लिए एक निजी ठेकेदार को ठेका दिया गया है। ठेकेदार द्वारा अब तक निर्माण शुरू न कराए जाने के मामले को लेकर भी उन्होंने एसईसीएल के महाप्रबंधक एवं शासन को पत्र लिखने के भी निर्देश दिए। आरईएस द्वारा शौचालयों के निर्माण में बरती जा रही उदासीनता को लेकर कलेक्टर ने नाराजगी जताई। उन्होंने कार्यपालन अभियंता श्री किण्डो को काम में तेजी लाने तथा अप्रारंभ कार्यों को तत्काल प्रारंभ कराए जाने की चेतावनी दी। बैठक में अपर कलेक्टर श्री श्याम धावड़े एवं श्रीमती प्रियंका महोबिया, सहायक कलेक्टर ऋतुराज रघुवंशी सहित समस्त एसडीएम भी मौजूद थे।