[aps] आज भी छत्तीसगढ़ सरकार के लिए शराब राजस्व का सबसे बड़ा स्रोत है। सरकार हर साल शराब से प्राप्त होने वाले राजस्व के लक्ष्य में 10 फीसदी वृद्धि करती चली आ रही है [/aps] [aph] रायगढ़ : [/aph] एक ओर तो छत्तीसगढ़ सरकार छत्तीसगढ़ को नशामुक्त राज्य बनाने के लिए प्रचार-प्रसार पर लाखों रूपये खर्च कर रही है। छत्तीसगढ़ के सभी प्रमुख नगरों में नशा विरोधी बड़े-बड़े होर्डिंग्स लगाये गये है। नशा विरोधी अभियान चलाने के लिए बाकायदा भारत वाहिनी का गठन किया गया है। लेकिन सरकार का यह सारा प्रचार-प्रसार हाथी के दिखाने वाले दांत जैसा ही है।
[su_highlight background=”#35404F” color=”#efefef”]आज भी छत्तीसगढ़ सरकार के लिए शराब राजस्व का सबसे बड़ा स्रोत है:[/su_highlight] सरकार हर साल शराब से प्राप्त होने वाले राजस्व के लक्ष्य में 10 फीसदी वृद्धि करती चली आ रही है। जो दुकानें 10 फीसदी वृद्धि के हिसाब से नहीं उठती उन दुकानों को सरकार के आबकारी वाले कारिन्दे चला रहे हैं। रायगढ़ शहर में भी निर्धारित राजस्व लक्ष्य पर नहीं उठने के कारण बड़पारा समूह की देशी शराब भट्ठी और अंग्रेजी शराब दुकान का संचालन आबकारी विभाग द्वारा किया जा रहा है। राम निवास टाकिज के पीछे स्थित बड़पारा समूह की देशी शराब भट्ठी और स्टेशन रोड स्थित अंग्रेजी शराब दुकान का संचालन जब से आबकारी विभाग द्वारा किया जा रहा है तभी से इस दुकान को लेकर मनमानी कीमत वसूलने तथा नकली शराब देने की शिकायतें लगातार मिल रही है।
[aph] व्हिस्की का पव्वा 63 रूपये में [/aph] प्राप्त शिकायतों के मुताबिक पिछले कई दिनों से स्टेशन रोड स्थित अंग्रेजी शराब की दुकान से चीप रेंज की व्हिस्की का पव्वा 63 रूपये में बेचा जा रहा था रोजाना ऐसे हजारों पव्वे 63 रूपये की दर पर बिक रहे थे, जबकि निजि ठेकेदारों द्वारा संचालित शराब की दुकानों में वहीं पव्वा 60 रूपये की दर से बेचा जा रहा था।
[aph] बीयर की एक बोतल जिसका एम.आर.पी. 124 रूपये है 130 रूपये प्रति बोतल बेची जा रही है।[/aph] जब विभागीय दुकानों में ज्यादा दर वसूलने की शिकायतें आने लगी तो पिछले कुछ दिनों से दर घटा कर 60 रूपया कर दिया गया है। बताया जाता है कि इस बीच 63 रूपये की दर से बेचे गये हजारों पव्वों का कोई हिसाब-किताब विभागीय दुकान में नहीं रखा गया है। इसी दुकान से बीयर की एक बोतल जिसका एम.एस.पी. रेट 120 रूपये प्रति बोतल है और एम.आर.पी. 124 रूपये प्रति बोतल है की कीमत इस दुकान में 130 रूपये प्रति बोतल ही जा रही है। ऐसे ही मीडिल रेंज की रम व्हिस्की की कीमतों को लेकर मनमानी रकम वसूलने की शिकायते लगातार मिल रही है। ऐसा लग रहा है कि बड़पारा समूह की इन दोनों दुकानों पर विभाग के उच्च पदस्थ अधिकारियों का कोई नियंत्रण नहीं रह गया है।
[box type=”shadow” align=”” class=”” width=””]यहां यह भी गौरतलब है कि नशा मुक्त राज्य बनाने के बात करने वाली छत्तीसगढ़ सरकार न केवल खुद शराब बेच रही हैं बल्कि जहां-जहां भी लोग शराब दुकानों का विरोध कर रहे है और शराब दुकान हटाने की मांग कर रहे है सरकार वहां भी अपनी जिद पर अड़ी हुई है और दुकान नहीं हटा रही है।[/box]