रायगढ – घर में अकेली 70 वर्षीया वृद्घा को लूटने की नियत से घूसे तीन बदमाशों ने वृद्घा के साथ अनाचार किया और लौटते समय मोहल्ले में खड़ी पांच गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया। पीड़िता की बयान पर पुलिस ने तीनों आरोपियों को हिरासत में ले लिया है । उनके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक यूबीएस चौहान ने बताया कि घरघोड़ा नगर पंचायत में स्वीपर के पद पर कार्यरत आनंद महिलाने पिता श्यामलाल महिलाने उम्र 25 वर्ष अपने दो मित्र जय सारथी पिता बहादुर सारथी उम्र 25 वर्ष और अजय सारथी 28 वर्ष ने घर में अकेली एक 70 साल की वृद्घा के घर लूट की योजना बनाई । आरोपियों ने सोमवार की रात शराब पीकर वृद्घा के घर पहुंचे। वृद्घा घर के बरामदे में सो रही थी । आरोपियों ने सबसे पहले दरवाजा तोड़ना शुरू किया, इस पर तोड़ पᆬोड़ की आवाज सुनकर वृद्घा जाग गई । महिला ने तीनों आरोपियों को पहचान लिया । आरोपियों ने वृद्घा को धमकाते हुए रुपए और जेवर समेत सभी महंगे सामान निकालने की बात कही। इस पर वृद्घा ने सभी सामान उनके हवाले कर दिया । इसके बाद जय सारथी ने वृद्घा से दुष्कर्म किया। आरोपी इतने में ही शांति नहीं हुए और वृद्घा के प्राइवेट पार्ट में टॉर्च डाल दिया। वारदात के बाद आरोपियों ने महिला को चेतावनी दी कि अगर उसने कि सी को इसकी जानकारी दी तो उसे जान से मार दिया जाएगा। इसके बाद आरोपी वहां से भाग गए। यहां से लौटते वक्त आरोपियों ने मोहल्ले में स्थित पांच वाहनों को आग के हवाले कर दिया। वारदात की जानकारी होने के बाद मोहल्ले की एक महिला ने वृद्घा को अस्पताल पहुंचाया पुलिस ने बताया कि आरोपियों का उद्देश्य गाड़ियों में आग लगाकर लोगों के बीच दहशत फैलाना था।
वारदात के बाद बेखौफ
घटना को अंजाम देने के बाद आरापी ये मानकर चल रहे थे कि उनके कृत्य की शिकायत पीड़ित द्वारा किसी के सामने नहीं की जाएगी। यही वजह है कि तीनों आरोपी मंगलवार को अपने काम में व्यस्त थे। दूसरी ओर मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस कप्तान के निर्देश पर घरघोड़ा की पुलिस ने कार्रवाई करते हुए आरोपियों को पकड़ा।
जय का घरघोड़ा में चलता है सिक्का
इस मामले में शामिल आरोपी जय सारथी का आपराधिक रिकार्ड रहा है। पुलिस ने बताया कि घरघोड़ा की जनता जय सारथी के आतंक से डरती है। उस पर मारपीट, चोरी, डकैती, छेड़खानी जैसे अनेक मामले में जुर्म दर्ज है। वह हाल ही में जिला जेल से सजा काटकर बाहर निकला है।