रायगढ़, 18 सितम्बर 2015/ 31 वें चक्रधर समारोह का प्रतीक चिन्ह लोगो कला प्रेमियों को लुभा रहा है। 17 सितम्बर से 26 सितम्बर तक आयोजित हो रहे 10 दिवसीय चक्रधर समारोह के लोगो (प्रतीक चिन्ह)के रूपांकन में रेखांए, गति, वेग, ऊर्जा, स्फूर्ति, चुस्ती, लय, ताल एवं संगीत-नृत्य की भावाभिव्यक्ति कला प्रेमियों को आनंदित और प्रफुल्लित कर रही है। 31 वें चक्रधर समारोह के प्रतीक चिन्ह का रूपांकन अंतर्राष्ट्रीय स्तर के आर्टिस्ट, डिजाईनर एवं कैलीग्राफर व विजुअलाइजर मनोज श्रीवास्तव ने तैयार की है।
प्रतीक चिन्ह के रेखांकन में नृत्य की मुद्रा है जो कथक से प्रभावित है। कथक के रायगढ़ घराने का कथक संगीत सम्राट महाराजा चक्रधर सिंह की देन है। प्रतीक चिन्ह स्वयं में एक ड्राईंग है जो उक्त गुणों एवं रिदमिक प्रभाव से पूर्ण है। यह कला की विधाओं के साथ चित्रात्मकता एवं खेल भावना के गुण को भी प्रदर्शित कर रही है। प्रतीक चिन्ह में आंकिक रूप से तीन और एक अर्थात 31 का संयोजन किया गया है।