उच्च शिक्षा मंत्री श्री प्रेम प्रकाश पाण्डेय तथा कृषि मंत्री श्री बृजमोहन अग्रवाल ने आज यहां शासकीय कला एवं वाणिज्य कन्या महाविद्यालय देवेन्द्र नगर तथा शासकीय जे.योगानदंम छत्तीसगढ़ महाविद्यालय में आयोजित वार्षिकोत्सव में प्रतिभावान छात्र-छात्राओं को पुरस्कृत किया। इनमें शैक्षणिक,साहित्यिक,सांस्कृतिक,खेलकूद तथा राष्ट्रीय सेवा योजना मेें उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल करने वाले विद्यार्थी शामिल थे। मुख्य अतिथि की आसंदी से उच्च शिक्षा मंत्री श्री पाण्डेय ने शासकीय कला एवं वाणिज्य महाविद्यालय में अपने उद्बोधन मेें कहा कि आज जब पूरी दुनिया में हर क्षेत्र में महिलाएं मजबूती से अपनी उपस्थिति दर्ज कराते हुए सफलता प्राप्त कर रही हैं तो हमारे लिए गर्व की बात है कि छत्तीसगढ़ में पिछले 14 साल में महाविद्यालयों मंे छात्राओं की दर्ज संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार ने अगले वर्ष से छत्तीसगढ़ में पांच नये कन्या आवासीय महाविद्यालय तथा पांच कन्या छात्रावास खोलने का निर्णय लिया है। बालिकाओं को उच्च शिक्षा के क्षेत्र में बेहतर वातावरण देने के लिए हर संभव प्रयास किया जा रहा है, ताकि ग्रामीण क्षेत्रों की लड़कियों को भी उच्च शिक्षा की सुविधा अधिक से अधिक मिले। कृषि मंत्री श्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि शासकीय कला एवं वाणिज्य महाविद्यालय देवेन्द्र नगर के शासकीयकरण का वर्षों पुराना सपना अब साकार हो गया है। उन्होंने महाविद्यालय की उपलब्धियों की तारीफ करते हुए कहा कि यहां से पढ़कर निकलने वाली अनेक छात्राएं अपनी प्रतिभा के बल पर महाविद्यालय का नाम रोशन कर रही हैं। श्री अग्रवाल ने इस अवसर पर बालिका शिक्षा पर जोर देते हुए कहा कि बालिकाएं सुसंस्कृत पीढ़ियों के निर्माण में अपना योगदान देती हैं।
उच्च शिक्षा मंत्री ने छत्तीसगढ़ महाविद्यालय में छात्र-छात्राओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि उच्च शिक्षा का वातावरण तेजी से बदल रहा है। अब स्टूडेंट बेस्ड एजुकेशन का जमाना आ रहा है। इसके कारण विद्यार्थियों की इच्छा के अनुसार महाविद्यालयों में शिक्षा सुविधा उपलब्ध कराने पर ध्यान केंद्रित करना जरूरी हो गया है। श्री पाण्डेय ने कहा कि स्टूडेंट बेस्ड एजुकेशन में विद्यार्थी अगर चाहें तो ऐसे विषयों की पढ़ाई भी कर सकते हैं, जिसकी सुविधा संबंधित महाविद्यालय में नहीं हैं। श्री पाण्डेय ने कहा कि प्रदेश में अगले साल से महाविद्यालयीन छात्र-छात्राओं के स्माल स्किल डव्हलपमेंट के लिए विशेष प्रयास किए जाएंगे। इसमें इंग्लिश स्पीकिंग के कोर्स पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। इंग्लिश स्पीकिंग में कुशल होने पर छात्र-छात्राओं में आत्म विश्वास बढ़ता है, जो आज के समय की मांग है। इसके अलावा उच्च शिक्षा पाने वाले हरेक विद्यार्थी को कम्प्यूटर की मूलभूत शिक्षा अनिवार्य रूप से देने के लिए ठोस कार्रवाई की जाएगी। अगले वर्ष से महाविद्यालयों में स्किल डव्हलपमेंट के डिप्लोमा और डिग्री कोर्स शुरू करने की कार्ययोजना भी बनाई गई है। उन्होंने कहा कि वार्षिकोत्सव एक तरह से महाविद्यालय का दर्पण होता है। इसमें छात्र-छात्राओं की प्रतिभाएं प्रतिबिम्बित होकर समाज के समाने आती है। कृषि मंत्री श्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि स्कूल शिक्षा के बाद महाविद्यालय स्तर की शिक्षा हर विद्यार्थी के लिए बहुत महत्वपूर्ण होती है। महाविद्यालयीन शिक्षा के दौरान ही छात्र-छात्राओं के भविष्य की दिशा तय होती है। कृषि मंत्री श्री अग्रवाल ने इस अवसर पर छत्तीसगढ़ महाविद्यालय के विकास के लिए दस लाख रूपए देने की घोषणा की। उच्च शिक्षा मंत्री तथा कृषि मंत्री ने इस अवसर पर महाविद्यालयीन छात्र-छात्राओं को वार्षिकोत्सव की बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए कहा कि वार्षिकोत्सव बार्डर लाइन के समान होता है। इसके बाद पढ़ाई का मौसम शुरू हो जाता है।