[aps] खरसिया एसडीएम ने अस्पताल का औचक निरीक्षण किया और प्रभारी ड़ाक्टर को व्यवस्था सुधार हेतू निर्देशित किया । खरसिया का शासकीय अस्पताल के बारे में मिल रही शिकायतों पर एसडीएम ने की यह कार्रवाई। [/aps] खरसिया: सिविल अस्पताल जो कि 100 बिस्तर होने के बाद भी मरीजों को ड़ाक्टरों की लापरवाही के कारण सिर्फ रेफर सेंटर बनकर रह गया है, अस्पताल में फैली अव्यवस्थाओं का आलम यह है कि सक्षम वर्ग इस अस्पताल में अपने परिजनों का इलाज कराने की अपेक्षा रायगढ़ या फिर दूसरे नगर के अस्पतालों में ले [su_frame][/su_frame]जाकर ईलाज करवाते हैं परंतु गरीब तबके के लोग यहां आकर अपना इलाज कराने मजबूर हैं परंतु ड़ॉक्टरों की तानाशाही एवं लापरवाही के कारण यहां उपलब्ध सुविधाएं मरीजों को नहीं मिल पाती जिस वजह से उन्हे जिला अस्पताल रेफर कर दिया जाता है। ड़ॉक्टरों के बिना सूचना के अवकाष में चले जाने, मरीजों को सही समय पर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध न हो पाने, तथा अस्पताल में व्याप्त अव्यवस्थाओं के संबंध में लगातार मिल रही शिकायतों को गंभीरता से लेते हुये खरसिया एसडीएम ने ए.के.धृतलहरेे ने अस्पताल का औचक निरीक्षण किया और अस्पताल के व्यवस्थाओं को सुधारने के लिए सिविल अस्पताल प्रभारी को निर्देश दिये। गौरतलब है कि सिविल अस्पताल खरसिया अपने बदहाली एवं अव्यवस्थाओं के कारण जिले में विख्यात है विगत दिनों स्वास्थ्य मंत्री अमर अग्रवाल एवं जिला कलेक्टर ने अस्पताल का निरीक्षण कर अस्पताल प्रबंधन को जमकर खरीखोटी सुनाते हुये अस्पताल की अव्यवस्थाओं को सुधारने के निर्देष दिये थे परंतु कुछ़ दिनों के बाद ड़ॉक्टरों की मनमानी फिर से अपने चरम सीमा पर पहुंच जाने और लगाातार शिकायत प्राप्त होने पर खरसिया एस.ड़ी.एम. और जीवनदीप समिति के सचिव ए.के. धृतलहरे ने कल सुबह अस्पताल का आकस्मिक निरीक्षण किया जहां कुछ़ ड़ॉक्टरों के बिना किसी सूचना के अनुपस्थित रहने पर उनके द्धारा ड़ॉक्टरों की उपस्थिति पंजी जब्त कर ली गयी और प्रभारी ड़ॉक्टर सजन अग्रवाल को अस्पताल की व्यवस्था में सुधार करने निर्देश दिया गया जिससे अस्पताल में उपलब्ध सुविधाओं का लाभ मरीजों को मिल सके।
[toggle title=”बिना सूचना के महीनों से अनुपस्थित हैं ड़ॉक्टर” state=”open”]अस्पताल में पदस्थ महिला ड़ाक्टर श्रीमति उमा अग्रवाल विगत लगभग एक वर्ष से अनुपस्थित हैं, यहीं नहीं ड़ॉक्टर बी. एस. चन्देल भी कई दिनों से बिना किसी सूचना के अनुपस्थित पाये गये, उपास्थति पंजी का निरीक्षण कर एस.डी.एम. ने दोनों ड़ॉक्टरों के मूलनस्ती के साथ सेवा अभिलेख प्रस्तुत करने के निर्देष दिये हैं।[/toggle]