[su_heading size=”17″ margin=”10″]मुस्लिम समुदाय के घरों में बंटी खुशियों की सेवईयां. एक-दूसरे के गले लगकर दी गई बधाईयां[/su_heading]
[aph] रायगढ़ : [/aph] माह भर तक पाक रोजे और ईश्वर की ईबादत के बाद चांद के दीदार के साथ आने वाले ईद पर्व पर आज ईद की नमाज के बाद घर-घर में खुशियों की सेवइयां बांटी गयी। लोगों ने एक दूसरे के गले लगकर ईद की बधाइयां दी और मुस्लिम घरो में देर रात तक दावतों का दौर चलता रहा। सभी समुदाय के लोगों ने सुखे मेवे और दूध से बनी इन मीठी सेवइयों का लुत्फ उठाया।
[aph] जुमे की देर शाम ईद की घोषणा के बाद से ही मुस्लिम समुदाय के घरों में ईद की तैयारियां शुरू हो गई थी [/aph] इसी क्रम में शहर में आज सुबह-सुबह मुस्लिम भाई साफ-सुथरे कपड़ो में ईद की नमाज के लिये ईदगाह मैदान पहुंचे जहां सुबह करीब साढे 9 बजे हजारो की संख्या में मुस्लिम समुदाय के लोगों ने ईद की नमाज अदा की इसके बाद जामा मस्जिद में तथा अन्य मस्जिदों में भी ईद की नमाज अदा की गई। इसके बाद अनेक लोग बेलादुला स्थित कब्रिस्तान पहुंचे और अपने पूर्वजों को याद करते हुए उनकी ईबादत की। इसके बाद मुस्लिम बहुल क्षेत्रों व चौक-चौराहों सहित पूरे शहर में एक दूसरे के गले लगकर ईद की बधाईया देने का सिलसिला शुरू हुआ। मुस्लिम समुदाय के साथ-साथ अन्य समुदाय के लोगों ने भी मुस्लिम भाईयों के गले लगकर उन्हें न केवल ईद की बधाईयां दी बल्कि घर-घर में बनी खुशियों की मीठी सेवईयों का लुत्फ भी उठाया। शहर में तथा ग्रामीण क्षेत्रों में मुस्लिम समुदाय के घरों में पूरे दिन यह सिलसिला चलता रहा और लोगों ने ईद की सेवईयों का स्वाद चखा इसी तरह देर रात तक दावतों का दौर भी चलता रहा। इस वर्ष ईद के साथ-साथ रथ का त्यौहार भी होनें के कारण शहर में आज दोनों समुदायों के संगम के रूप में कौमी एकता भी नजारा देखने को मिला। शहर के राजापारा चांदनी चौक में जहां हिंदू तथा अन्य समुदाय के लोग मुस्लिम भाईयों के गले लगकर उन्हें ईद की बधाईयां दे रहे थे तो वहीं शाम के वक्त मुस्लिम समुदाय से जुड़े लोग तथा महिलाएं व बच्चे भी रथोत्सव देखने के लिये निकले।