रायगढ़ – मंगेतर से मिलने लैलूंगा से रायगढ़ आ रहे प्रशिक्षु सब इंस्पेक्टर की बाइक शनिवार को सोहनपुर स्थित अंधे मोड़ के पास नाले में जा गिरी। दुर्घटना में पुलिसकर्मी की मौके पर ही मौत हो गई। घटना के दूसरे दिन सोहनपुर के ग्रामीणों ने शव को देखा और पुलिस को सूचना दी। जानकारी मिलते ही पुलिस अधीक्षक डॉ. संजीव शुक्ला मौके पर पहुंचे। पीएम के बाद पार्थिव शरीर को परिजनों को सौंप दिया गया है।
कांकेर जिले के बरदे भाटा निवासी पंकज प्रधान कुछ महीनों से लैलूंगा थाने में प्रशिक्षु एसआई के पद में कार्यरत था। दुर्ग निवासी एक युवती से उसकी मंगनी हो चुका थी। युवती शनिवार को एसआई से मिलने के लिए दुर्ग से लैलूंगा के लिए निकली। उसने अपने मंगेतर को फोन कर अपने आने की जानकारी दी। इसके साथ ही उसने पंकज को रेलवे स्टेशन में रिसीव करने भी कहा था। शनिवार की शाम एसआई अपनी मंगेतर को लेने के लिए लैलूंगा से पल्सर बाइक से रायगढ़ के लिए निकला। सोहनपुर के अंधे मोड़ के पास उसने अपनी बाइक पर नियंत्रण खो दिया और पास ही स्थित नाले में बाइक समेत जा गिरा। इससे उसके चेहरे पर गंभीर चोट आई। बुरी तरह जख्मी होने के कारण वह बेहोश हो गया। इसलिए वह पानी से बाहर नहीं निकल पाया। रात भर नाले में रहने से उसकी मौत हो गई। रविवार की सुबह आसपास के लोगों ने पानी में डूबे हुए पुलिस कर्मी को देखकर थाने में इसकी सूचना दी।
पुलिस से पहले था शिक्षाकर्मी
बताया जाता है कि मृतक पंकज प्रधान पुलिस विभाग में नौकरी करने से पहले दुर्ग में शिक्षाकर्मी था। उसकी मंगेतर भी उसी स्कूल में पढ़ाती थी। उन दोनों के बीच उसी दरमियान प्रेम पनपा और दोनों विवाह करना चाहते थे।
खराब मोबाइल नेटवर्क बना मौत का कारण
पंकज प्रधान और उसकी मंगेतर की बात मोबाइल पर होती थी। युवती ने रायगढ़ पहुंचकर पंकज को फोन किया था। इसके बाद पंकज उसे लेने के लिए रायगढ़ के लिए निकला। कुछ समय बाद ही युवती को लैलूंगा जाने के लिए साधन मिल गया। ऐसे में उसने युवक को रायगढ़ नहीं आने के लिए फोन किया। मगर फोन कवरेज क्षेत्र से बाहर था। समय पर युवक का फोन लग जाता तब शायद वह लैलूंगा से नहीं निकलता और उसकी जान बच सकती थी।