ढाई माह का वेतन नहीं मिलने से हड़ताल में बैठे थे श्रमिक
रायगढ़ – खरसिया दर्रामुड़ा स्थित एसकेएस पॉवर प्लांट में लंबित वेतन के लिए हड़ताल में बैठे कामगारों की सुरक्षाकर्मियों ने जमकर धुनाई कर दी। ऐसे में दो मजदूरों को रायगढ़ मेट्रो अस्पताल में इलाज कराया जा रहा है, जहां उनकी हालत गंभीर बनी है। दूसरी ओर मारपीट के बाद भूपदेवपुर पुलिस न तो सुरक्षाकर्मियों पर कार्रवाई की है और घायलों की पूछपरख ही ले रही है।
मिली जानकारी के अनुसार दर्रामुड़ा स्थित एसकेएस पॉवर प्लांट में शोखिए ठेका कंपनी के लगभग 100-150 मजदूर काम करते हैं। ठेका कंपनी की लापरवाही के चलते पिछले ढाई माह से मजदूरों को वेतन का भुगतान नहीं हुआ है, जिसके चलते मजदूरों के बीच भूखे मरने की नौबत आ गई। श्रमिकों ने कई बार प्रबंधन से लंबित वेतन भुगतान की फरियाद लगाई। मगर ठेका कंपनी मजदूरों की बात अनसुनी करती रही। ऐसे में जब मजदूरों को कोई रास्ता नहीं सूझा तब वे 10 अगस्त से वेतन भुगतान के लिए प्लांट के अंदर ही धरना शुरू किया। मजदूरों का आरोप है कि कंपनी का दायित्व है कि वह श्रमिक हित में कार्य करे और उनकी मांग पूरी करे। मगर कं पनी मजदूर हित की बात तो दूर उल्टा उनसे मारपीट कर रही है। गौरतलब हो कि जब मजदूर मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे थे, उस दौरान कंपनी के सुरक्षाकर्मियों ने मजदूरों से मारपीट की और श्रमिकों को वहां से खदेड़ने लगे। मारपीट में दर्जनों मजदूर घायल हुए, वहीं दो मजदूर पुरुषोत्तम गुप्ता और राजेश्वर गुुप्ता के सिर में गंभीर चोट आने से उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
पुलिस के सामने जड़ा थप्पड़
कंपनी के अंदर जब मजदूर और सुरक्षाकर्मियों के बीच विवाद ने उग्ररूप लिया, तब मामले की छानबीन के लिए मौके पर भूपदेवपुर टीआई वीके कतलम पहुंचे और विवाद को शांत करने का प्रयास किया। मगर कंपनी के सुरक्षाकर्मियों में पुलिस का खौफ नहीं दिखा और पुलिस की मौजूदगी में ही मजदूरों से मारपीट की गई।