[aps]नएसयूआई के राष्ट्रीय सचिव देवेन्द्र यादव, प्रदेश अध्यक्ष आकाश शर्मा, व प्रदेश महासचिव राकेश पाण्डेय और कृतिका पाण्डेय के नेतृत्व में जिले भर के कार्यकर्ताओं ने कलेक्टोरेट का घेराव कर दिया। [/aps]
रायगढ़ – एनएसयूआई की ओर से शिक्षा के अधिकार नियम में संशोधन कर दिये जाने पर गरीब बच्चों को निजी स्कूलों में प्रवेश नहीं मिल पाने का विरोध किया जा रहा था। एनएसयूआई कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपना चाहा लेकिन ज्ञापन लेने तहसीलदार मौके पर पहुंचे थे। ऐसे में कार्यकर्ता कलेक्टोरेट के अंदर घुसने की जिद पर अड़ गये। कलेक्टोरेट के अंदर हंगामा न हो इसके लिए पहले से ही पुलिस ने बेरिकेट्स लगाकर जवानों को तैनात कर दिया था। ऐसे में दोनों पक्षों के बीच में धक्का मुक्की भी हुई। हांलाकि पुलिस जवानों व अधिकारियों की मुस्तैदी के आगे एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं को पीछे हटना पड़ा।
[aph] एडीएम ने लिया ज्ञापन [/aph] एडीएम श्याम धावड़े एडिशनल एसपी प्रफुल्ल ठाकुर के साथ एनएसयूआई कार्यकर्ताओं के बीच पहुंचे और उन्हें समझाईस देते हुए उनका ज्ञापन लिया और इस ज्ञापन को मुख्यमंत्री तक पहुंचाने का आश्वासन दिया। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने कहा कि प्रदेश सरकार गरीब छात्रों को निजी स्कूलों में दाखिला न मिले इसके लिए षडय़ंत्र कर रही है। मंत्रियों व अफसरों के निजी स्कूल संचालित हैं। ऐसे में सरकार ने गरीब बच्चों के हितों को भुला दिया है।
[aph] राकेश ने कार्यकर्ताओं में भरा जोश [/aph] प्रदेश महासचिव राकेश पाण्डेय ने एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं में जोश भर दिया है। यही कारण है कि प्रदेश स्तर से जो भी दिशा निर्देश मिल रहे हैं। उन्हें रायगढ़ जिले में भी बखूबी पालन कराया जा रहा है। एनएसयूआई के पहले होने वाले आंदोलनों में अब तेजी देखी जा रही है। आज भी कलेक्टोरेट पहुंचे एनएसयूआई पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं में राकेश की भूमिका प्रमुख रूप से देखी गयी।
[toggle title=” आकाश शर्मा, प्रदेश अध्यक्ष एनएसयूआई छत्तीसगढ़” state=”open”] हमारे प्रदेश में शिक्षा का अधिकार खत्म होने की कगार पर है। जिस प्रकार से सरकार ने संशोधन किये हैं। उससे उनकी वह मंशा उजागर होती है कि मंत्रियों और अधिकारियों के निजी स्कूलों को लाभ पहुंचाने के फेर में सरकार ने गरीब बच्चों का हित छिन लिया है।[/toggle]