[su_heading size=”25″ margin=”10″]शिक्षक पंचायत संघ करेगा आंदोलन[/su_heading]
[aph] खरसिया : [/aph] छत्तीसगढ शिक्षक पंचायत संघ के जिलाध्यक्ष गिरजाशंकर शुक्ला प्रांतीय पदाधिकारी गुरुदेव राठौर,नेतराम साहू,सपना दुबे,उपाध्यक्ष रामलखन सिंह ,महासचिव कार्तिक चौहान,राजकमल पटेल ,महामंत्री निलाम्बर धिरही,प्रवक्ता शैलेन्द्र मिश्रा ने बताया कि गत वर्ष यंघ के जिला अध्यक्ष गिरजा शंकर शुक्ला एवं सचिव भोलाशंकर पटेल के विरुद्ध गलत तरीके से पदोन्नति प्राप्त करने की शिकायत संगठनात्मक एवं व्यक्तिगत द्वेश की भावना से दिनेश धृतलहरे,लैलून भारद्वाज,डिग्री चौहान,लक्ष्मी बघेल आदि द्वारा कलेक्टर से किया गया । जिस पर जिला पंचायत रायगढ द्वारा सभी बिन्दुओं की जांच की गई अंकसूची का सत्यापन,रजिस्टर्ड डाक से सम्बधित विश्वविद्यालय से कराया गया जिसमें अंकसूची को सही व सत्य बताया गया शिकायत के सभी बिन्दु असत्य व निराधार निकला। जांच में यह स्पष्ट हुआ कि शिकायतकर्ताओं द्वारा स्वयं कूटरचित दस्तावेज प्रस्तुत का गिरजाशंकर शुक्ला व भोलाशंकर पटेल को फसाने का प्रयास किया जिस पर जिला पंचायत रायगढ ने शिकायकर्ताओं को नोटिस जारी कर वेतन वृध्दि रोकने की कार्यवाही की।
[aph] दस्तावेजों में कूटरचना 420 का अपराध होता है [/aph] संघ ने कूटरचना करने वालों के खिलाफ 420 का अपराध दर्ज कर पुलिसिया कार्यवाही की मांग की है। जो अब तक लम्बित है। जिससे शिकायतकर्ताओं के हौसले बुलंद है और वो लगातार तथ्यहीन आरोप लगाते आ रहे हैं इस पर संघ कडारुख अपनाते हुए शीघ्र आंदोलन करेगा और जब तक कूटरचना करने वालों के विरुद्ध 420 का अपराध दर्ज कर जेल नही भेजा जाता तब तक आंदोजल जारी रहेगा।शिकायतकर्ताओं द्वारा कलेक्टर के जिस पत्र का हवाला दिया जाता है वह जांच के रुप में निष्पादित हुआ था न की कार्यवाही के रुप में। जिस पर तत्कालीन सीईओ जिला पंचायत रायगढ ने स्वयं मामले की जांच कर रिपोर्ट टीएल बैठक में कलेक्टर के सामने प्रस्तुत किया गया और मामले को टीएल से विलोपित किया गया साथ ही यूजीसी के जिस पत्र हवाला दिया जाता है उसमें सम्बधित विश्वविद्यालय के पीएचडी/एमफिल के बारे में उल्लेख है न की किसी अन्य डिग्री के इस तरह जानबूझकर जिला प्रशासन को गुमराह करने का काम किया जा रहा है। शिकायतकर्ताओं ने इसकी जांच व सत्यता पे कभी भरोषा ही नही रहा चूंकि इस मामले को अबतक जिस भी अधिकारी ने जांच किया तत्कालीन अतिरिक्त सीईओ, सीईओं जिला पंचायत,कलेक्टर एवं वर्तमान सीईओं जिला पंचायत के विरुद्ध लेन देन सहित भ्रष्टाचार का आरोप बिना तथ्य के लगाते आ रहे हैं जो कि निंदनीय है ऐसी स्थिति में स्वयं कूट रचित दस्तावेज प्रस्तुत का शिकायत करने दूसरे को फसाने लगातारर जिला प्रशासन को गुमराह कर कर्तव्यनिष्ठ अधिकारियों के विरुद्ध भ्रष्टाचार का आरापे लगाने वाले इन शिकायतकर्ताओं के खिलाफ कडी कार्यवाही की जाने की मांग संघ द्वारा की गई है।