खरसिया – पत्रकारो द्वारा जब षहर में स्थित रेलवे रैक पाइंट पर चल रहे अवैध कोल साइडिंग के बारे में पूछा गया तो पालिका अध्यक्ष इस प्रष्न का जवाब न देते हुए सडक के बारे में बाते करने लगे तब पत्रकार ने उन्हें टोका कि हम कोल साइडिंग की बात कर रहे तो उन्हें जवाब देते नहीं बना क्योंकि जो कोल साइडिंग का काम उनके ही पार्टी के कुछ बडे लोगो द्वारा किया जा रहा है। यहां सबसे बडी बात यह है कि रेलवे कोल साइडिंग के पास ही नगर पालिका अध्यक्ष कमल गर्ग का ही मकान है और वे भी इस कोल साइडिंग के डस्ट से परेषान है। किंतु अपने ही पार्टी के लोगो के द्वारा इस अवैध कोल साइडिंग का संचालन किया जा रहा है इस कारण से वे इस विशय पर ज्यादा कुछ नहीं बोल पाये।
इस पत्रकार वार्ता में नगर पालिका अध्यक्ष कमल गर्ग के एक साल पूर्ण होने पर पर पत्रकार वार्ता में उनके साथ तीन एल्डरमेन दिनदयाल गुप्ता, सतीश अग्रवाल, वारिष अली एवं एकमात्र पार्शद षषिभूशण राठौर ही साथ में उपस्थित रहे। जबकि खरसिया नगर पालिका में मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस का एकमात्र पार्शद है किंतु कोई भी पार्शद उनके साथ इस पत्रकार वार्ता में उपस्थित नहीं रहे जो कि नगर में चर्चा का विशय बना रहा।
अपने एक वर्श का कार्यकाल पूरा करने वाले नगर पालिका अध्यक्ष कमल गर्ग वैसे तो अपने षपथग्रहण समारोह में भ्रश्टाचार पर काफी बाते कहे थे। किंतु उनके कार्यकाल में उनके ही लोगो द्वारा इस एक वर्श में काफी भ्रश्टाचार किया गया है। जिनमें प्रधानमंत्री स्वच्छ भारत योजना के तहत बन रहे षौचालय निर्माण, गौषाला में गोवर्धन पर्वत का निर्माण, स्वच्छता विभाग झोलझाल, नगर पालिका के स्वच्छता विभाग में ठेके पर सफाई कामगार काम करते है। सफाई ठेकेदार द्वारा सफाई काम करने वालो से अधिक की संख्या का भुगतान नगर पालिका से निकाला जा रहा है जबकि सफाई काम करने वालो की संख्या काफी कम है। इसके अलावा सफाई विभाग में कई खरीदी पर भी प्रष्नचिन्ह लगा हुआ है जैसे – पहले नगर के प्रत्येक वार्ड के लिये 18 रिक्षा क्रय किया था जो कि कुछ ही महिनो में खराब होकर नगर पालिका परिसर में कबाड हालत में पडा हुआ है। वहीं नगर में कचरा एकटठा करने हेतु जो ट्राली क्रय की गई है उसमें में भी जमकर भ्रश्टाचार हुआ है और इस संबंध में नगर पालिका अध्यक्ष एवं सफाई सभापति को भाजपा के वरिश्ठ नेताओं के सामने जवाब देते नहीं बना था। आज नगर में ट्राली निर्माण करने वाली संस्थान है किंतु आखिर क्या कारण है कि नगर पालिका द्वारा नगर के कचरा इकटठा करने हेतु षहर से दूर मनेन्द्रगढ से ट्राली क्रय किया गया है। इस संबंध में यह चर्चा आम है कि एक ट्राली जो कि लगभग 50-60 हजार रूपये में मिलती है उसे नगर पालिका द्वारा लगभग सवा लाख रूपये में क्रय किया गया। इस संबंध में विगतदिनों वाटस अप पर भी समाचार चला था।
ग्रीन खरसिया योजना के तहत नगर के विभिन्न चैक चैराहो एवं डिवाइडरों पर वृहत रूप से वृक्षारोपण का कार्य किया गया और इन पौधो के सुरक्षा के लिये जाली का निर्माण कराया गया था। इस जाली निर्माण में भी जमकर अनियमितता बरतते हुए पालिका अध्यक्ष द्वारा अपने बंधु बाधव को इस जाली निर्माण का ठेका दिया जाकर घोर भ्रश्टाचार किया गया था।
वहीं नगर पालिका में बिजली सामान सप्लाई करने वाले ठेकेदार द्वारा नगर के षासकीय भवनों, सामुदायिक भवनों एवं खम्बो में लाईट लगाया जाता है। जिसमें नगर के सामुदायिक भवनों में बिजली ठेकेदार द्वारा कई कई बार बिजली सामान लगाये जाने का बिल प्रस्तुत किया गया है जबकि सामुदायिक भवनों एवं बिजली खम्बों में बिजली सामान लगाया हीं नहीं गया। इसके अलावा कुछ सामुदायिक भवनों में तो आजतक बिजली का सामान लगाया ही नहीं गया है क्योंकि इन सामुदायिक भवनो पर नगर के उचित मूल्य दुकानदारो द्वारा अवैध कब्जा कर अपना षासकीय उचित मूल्य का दुकान संचालन किया जा रहा है। नगर के कई सामुदायिक भवनों पर षासकीय उचित मूल्य दुकान का संचालन किया जाकर नगर पालिका को किराये के रूप में एक रूपया भी नहीं दिया जा रहा है। जबकि नगरवासियों को इन सामुदायिक भवनों को अपने मांगलिक एवं पारिवारिक कार्यक्रमो के लिये आरक्षित कराने पर एक तयषुदा किराया देना पडता था। जिसे उचित मूल्य दुकानदारो द्वारा नहीं दिया जा रहा है जिससे नगर पालिका को राजस्व की हानि हो रही है इस ओर आज तक पालिका अध्यक्ष का केाई ध्यान नहीं दिया जाना लोगो के समझ से परे है।
कुल मिलाकर देखा जाय तो नगर पालिका अध्यक्ष का एकवर्शीय कार्यकाल नगरवासियों के भ्रश्टाचार की भेंट चढ गया है। आज नगर के कुछ लोगो को छोड दिया जाय तो पूरा नगर नगर पालिका अध्यक्ष कमल गर्ग के कार्यो से संतुश्ठ नहीं है। आज नगर के कुछ ही लोग है जो उनसे खुष है।