[su_heading size=”18″ margin=”10″]पद्म भूषण बेगम परवीन सुल्ताना के शास्त्रीय गायन से मंत्रमुग्ध हुए श्रोता[/su_heading]
रायगढ़ : रायगढ़ में चल रहे चक्रधर समारोह तीसरी सांस्कृतिक संध्या छत्तीसगढ़ की कोकिला अल्का चंद्राकर एवं ग्रुप द्वारा प्रस्तुत छत्तीसगढ़ी लोकरंग और पद्म भूषण सम्मान प्राप्त बेगम परवीन सुल्ताना के शास्त्रीय गायन व गजल से सुवासित हुई। स्थानीय रामलीला मैदान में चक्रधर समारोह के भव्य मंच से कथक, भरत नाट्यम तथा शास्त्रीय नृत्यों का फ्यूजन तथा सत्रीय नृत्य की शानदार प्रस्तुति ने कला प्रेमियों को आल्हादित किया। इससे पूर्व सांस्कृतिक संध्या का विधिवत शुभारंभ संसदीय सचिव श्रीमती सुनीति सत्यानंद राठिया ने स्व. महाराजा चक्रधर सिंह के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित करने के बाद दीप प्रज्जवलित कर किया।
चक्रधर समारोह की सांस्कृतिक संध्या की शुरूआत रायगढ़ घराने की शिष्या अदिति काले के कथक नृत्य से हुई। नन्हीं बालिका अदिति काले की भाव-भंगिमा एवं लयकारी नृत्य को लोगों ने खूब सराहा। इसके पश्चात रायगढ़ घराने के ही भूपेन्द्र बरेठ एवं साथी कलाकारों द्वारा महाराजा चक्रधर सिंह के रचनाओं पर कथक नृत्य की सराहनीय प्रस्तुति दी गई। गोविन्द शर्मा एवं ग्र्रुप द्वारा भरत नाट्यम तथा शास्त्रीय नृत्यों का फ्यूजन प्रस्तुत किया गया। उनके द्वारा देवाश्री गणेशा की शानदार प्रस्तुति को लोगों ने खूब सराहा और तालियां बजाकर गोविन्द शर्मा एवं ग्रुप की प्रस्तुति की दाद दी। इसके पश्चात देश की जानी-मानी शास्त्रीय गायिका पदम भूषण बेगम परवीन सुल्ताना ने विलंबित ख्याल से अपने गायन की शुरूआत की और दु्रत लय तक पहुंचकर राग पुरिया धनश्री में प्रसिद्ध भजन लागी मोरी लगन को शानदार ढंग से पेश किया। उनके द्वारा प्रस्तुत राग हंस ध्वनि में तराना को भी कला प्रेमियों ने खूब सराहा। चक्रधर समारोह के मंच से बेगम परवीन सुल्ताना ने अपनी लोकप्रिय गजलें प्रस्तुत की, जिस पर श्रोता झूम उठे। सांस्कृतिक संध्या के अंतिम कार्यक्रम में अल्का चंद्राकर एवं ग्रुप के कलाकारों ने अपनी बेजोड़ प्रस्तुति से पूरे माहौल को छत्तीसगढ़ की समृद्ध लोक कला, संस्कृति की सोंधी-सोंधी महक से महका दिया था। अल्का चंद्राकर की टीम ने छत्तीसगढ़ी गीत, नृत्य और जसगीत की शानदार प्रस्तुति देकर श्रोताओं की वाहवाही लूटी। अल्का चंद्राकर द्वारा प्रस्तुत लोकप्रिय छत्तीसगढ़ी गीत झूम-झूम ताना नाना बाजे मैया पाव पैजनिया…. कार्यक्रम में मौजूद हजारों कला प्रेमियों ने उनकी प्रस्तुति को सराहा और करतल ध्वनि कर अल्का चंद्राकर एवं ग्रुप की हौसला आफजाई की। कार्यक्रम के दौरान आयोजन समिति की ओर से संसदीय सचिव श्रीमती राठिया एवं अन्य गणमान्य लोगों ने कलाकारों को स्मृति चिन्ह एवं प्रशस्ति पत्र भेंटकर सम्मानित किया। कार्यक्रम का प्रभावी संचालन प्रो.अम्बिका वर्मा एवं राजेश डेनियल ने किया
चक्रधर समारोह की पंचम सांस्कृतिक संध्या 21 सितम्बर को रायगढ़ की सुश्री श्रुति चौकसे का कथक नृत्य एवं रायपुर की श्रीमती अनिता शर्मा की गायन की प्रस्तुति होगी। तत्पश्चात सारंगढ़ का पंथी नृत्य, रायपुर के श्री प्रमुजंय चतुर्वेदी का गजल, अजय आठले का इप्टा नाटक, योगेन्द्र चौबे का गुडी नाटक एवं युवराज सिंह द्वारा नाटक की प्रस्तुति दी जाएगी