नगर की एक मात्र तारनहार में गंदगी का आलम
डभरा :- जहां इस वर्ष को पूरा देष राष्ट्रीय, पेयजल, स्वच्छता जागरूकता अभियान के रूप में मना रहा है, इसी संदर्भ में स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर नगर पंचायत डभरा की एक मात्र तारनहार बंधवा तालाब में स्वच्छता अभियान की षुरूवात किया गया है ताकि तालाब स्वच्छ एवं निर्मल रहे । क्योकि बंधवा तालाब में धीरे-धीरे गंदगी पांव पसार रहा है और बंधवा तालाब के बगैर नगर की कल्पना अधूरी है, इसलिए बंधवा तालाब को गंदगी मुक्त करने का अनोखा प्रयास प्रारंभ किया गया है ।
विदित हो कि नगर पंचायत डभरा के बंधवा तालाब नगर की एक मात्र जीवनदायनी है, जिसमें इन दिनों गंदगी का आलम है । जिसे साफ एवं स्वच्छ रखने हेतू बंधवा तालाब स्वच्छता समिति का गठन किया गया है जिसमें नगर के दर्जनों युवा जुड़कर बंधवा स्वच्छता के प्रति नगरवासियों को जागरूक करने का प्रयास कर रहे है और जगह-जगह बेनर, पोस्टर,पाम्पलेट आदि लगाकर भी लोंगों को तालाब के स्वच्छता अभियान में जुड़ने की अपील कर रहे है ।
बंधवा तालाब में गंदगी के कारण:- बंधवा तालाब विषाल रूप में फैला है जिसके चारो ओर पेड़-पौधे आदि लगे होने के कारण पत्ते झड़कर उसी में सड़ जाते है। वही बंधवा में गंदगी फैलने का प्रमुख कारण चारो ओर लगे हुए बेश्रम पेड़ व तालाब के अंदर पुराईन पत्ते का जाल फैला होना है, जो कि सड़कर पानी को दूषित कर रहे है। दूसरी तरफ तालाब में गंदगी फैलने का एक कारण यह भी है कि लोगो के द्वारा बहुत सारी गंदगी सामान वगैरह तालाब मंें डाल देते है जो कि धीरे धीरे बंधवा तालाब को पतन की ओर ले जा रहा है । कुछ असामाजिक तत्व भी होते है जो कि मदिरा की बोतल आदि भी तालाब में डाल देते है, जिसको भांपकर नगर के जागरूक युवाओ के द्वारा स्वच्छता अभियान की षुरूवात कर लोगो से तालाब को प्रति दिवस 10 मिनट का समय देने का आग्रह कर रहे है ।
18 अगस्त 2015 से बंधवा स्वच्छता समिति के द्वारा सफाई अभियान प्रारंभ किया गया है जिसमें प्रथम दिवस में प्रमुख रूप से पुरन सरल, लालमणी बरेठ, बाबूलाल जायसवाल, गजाधर केंवट, गब्बर निषाद, गनपत यादव,मुकेष सरल, छोटे, रमेष,दिव्यभुषण सिदार, छक्कू कर्ष, राजा, कुमार कर्ष, दिनेष नामदेव, मक्कू कर्ष, अन्ना साहू, अमृत लाल, दीपक वैष्णव आदि युवाओं ने सफाई कर तालाब से कचड़ा निकाल कर सानदार सुरूआत किया गया ।
इस संबध में नगर के सराहनीय प्रयास को सुरूआत करने वाले श्री पुरन सरल ने कहा कि बंधवा तालाब में हम लोग ही उपयोग करते है अैार गंदगी भी प्रत्यक्ष, अप्रत्यक्ष रूप से हमारे द्वारा ही होती है जिसके लिए ष्षासन प्रषासन का मुहं ताकना जरूरी नही है यह हमारी जिम्मेदारी भी है।