रायगढ़, 23 सितम्बर 2015/ 31 वें चक्रधर समारोह की छठवीं सांस्कृतिक संध्या को देश की जानी-मानी जयपुर घराने की कथक नृत्यांगना नंदिता पुरी ने अपने लयकारी नृत्य से चक्रधर समारोह में उपस्थित कला प्रेमियों को मंत्रमुग्ध कर दिया। अपनी प्रस्तुति के दौरान उन्होंने बेजोड़ अभिनय व नृत्य का ऐसा मिश्रण प्रस्तुत किया कि कला प्रेमी भाव-विभोर हो उठे। लोगों ने उनके द्वारा प्रस्तुत चौप्पली पर खूब तालियां बजाई और उनकी प्रस्तुति को सराहा। राजा चक्रधर सिंह की स्मृति में आयेाजित 31 वें चक्रधर समारोह की छठवीं संध्या को मंच से नंदिता पूरी ने राजा चक्रधर सिंह के प्रसिद्ध तबला वादक मुनीर खां के बंदिश पर कथक नृत्य प्रस्तुत कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। इसके बाद उन्होंने भजन आवत मोरी गलियन में गिरधारी….. पर जबर्दस्त प्रस्तुति दी।
चक्रधर समारोह में छत्तीसगढ़ की उभरती व नन्हीं नृत्यांगना पलक तिवारी ने अपने कथक नृत्य की प्रस्तुति राम वंदना से की। इसके बाद पलक ने थाठ, आमद, सलामी, परन, तराना और तमकार की प्रस्तुति देकर कला प्रेमियों को आनंदित कर दिया। वहां उपस्थित कला रसिकों ने नन्हीं पलक तिवारी के नृत्य को सराहा और तालियां बजाकर अपना स्नेहिल आशीर्वाद दिया। इसके पश्चात रागिनी कावठेकर का गायन, बेंगलुर की मणिराव का भरत नाट्यम ने भी अपनी प्रभावी प्रस्तुति से कला प्रेमियों को प्रभावित किया। गजल गायक बाबू पाणिग्राही ने अपने गायन की शुरूआत में राम नाम रस पीले थारे भजन से की और इसके बाद गजल प्रस्तुत कर समां बांधा। देश के एक मात्र पखावज वादक उदय मलिक ने अपनी प्रस्तुति दी। इस अवसर पर धरमजयगढ़ विधायक श्री लालजीत सिंह राठिया एवं अन्य अतिथियों सहित कलेक्टर श्रीमती अलरमेलमंगई डी, पुलिस अधीक्षक डॉ. संजीव कुमार शुक्ला, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री नीलेश क्षीरसागर, अपर कलेक्टर श्री श्याम धावड़े एवं प्रियंका महोबिया ने कलाकारों को प्रशस्ति पत्र एवं स्मृति चिन्ह भेंटकर सम्मानित किया।