खरसिया। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी आव्हान एवं विशेष मार्गदर्शन में स्वच्छ भारत मिशन पूरे भारत वर्ष में प्राथमिकता के साथ संचालित की जा रही है। छ.ग. के नगरीय निकाय प्रशासन एवं विकास विभाग के मार्गदर्शन एवं निर्देश पर नगरपालिका खरसिया द्वारा वार्डवार प्रत्येक घरों में सर्वेक्षण का कार्य कराया गया तथा शौचालय विहीन घरों की पहचान की गई है। ऐसे घर जहां शौचालय नही है वहां स्वामियों से आवेदन पत्र भरवाया जाकर नगरपालिका द्वारा संकलित किया गया है। यह जानकारी नगरपालिका सीएमओ अमिताभ शर्मा ने प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से दी है।
प्रधानमंत्री की पहल एवं प्रदेश सरकार के दिशा निर्देश पर नगरपालिका द्वारा उन शौचालय विहिन घरों में शौचालय निर्माण का कार्य प्राथमिकता पर रखते हुए नगर को वचमद कममिबंजपवद तिमम बपजल (खुले में शौच से मुक्त शहर) के रुप से विकसित करने का संकल्प लिया गया है। सर्वेक्षण में प्राप्त आवेदन पत्र आधार पर शौचालय विहीन घरों में निजी शौचालय का निर्माण नगरपालिका द्वारा कराया जाएगा। निजी शौचालय निर्माण हेतु भारत सरकार/राज्य सरकार तथा हितग्राही अंशदान मिलाकर कुल 20000 रुपये निर्माण लागत प्रति यूनिट निर्धारित की गई है। हितग्राही द्वारा 1500रुपये अंशदान के रुप में भुगतान करना होगा। राज्य सरकार 1333 रुपये,केन्द्र सरकार 4000 रुपये तथा शेष राशि निजी क्षेत्र की भागीरथी सीएसआर मद से भुगतान की जावेगी। निजी शौचालय का निर्माण हितग्राही द्वारा स्वयं या नगरपालिका के माध्यम से कराये जाने की सहमति आवेदन पत्र में देना होगा। इसी आधार पर शौचालय निर्माण किया जाएगा। हितग्राही द्वारा अपना अंशदान 1500 रुपये नगरपालिका में जमा कर रसीद पत्र करने पर उन्हें स्वीकृति जारी किया जाएगा तथा निर्माण कार्य छळव् या अन्य संगठनों के माध्यम से कराया जाएगा। शासकीय अंशदान का भुगतान तीन किश्तों में निकाय को किया जाएगा। शौचालय का निर्माण हितग्राही द्वारा स्वयं किये जाने अंशदान राशि चेक के माध्यम से हितग्राही के खाते में ट्रासफर किया जायेगा। निकाय के ऐसे क्षेत्र जहां आवेदकों के घरों में स्थल उपलब्ध नही है वहां 4-5 परिवार सम्मिलित रुप से मिलकर सामुदायिक शौचालय निर्माण की सहमति देकर शौचालय बनवा सकते है। सामुदायिक शौचालय की लागत 65000 प्रति यूनिट निर्धारित है। जिसमें केन्द्र सरकार 26000 /राज्य सरकार 8300 रुपये तथा प्र्रत्येक सदस्य का अंशदान 1500 (4 परिवार 6000) होगा। सर्वेक्षण में जो लोग छुट गये हैं नगरपालिका कार्यालय ,पार्षद से सम्पर्क कर सकते है।