[su_heading size=”18″ margin=”10″]कलेक्टर ने लंबित पत्रों की समीक्षा की [/su_heading]
रायगढ़ : कलेक्टर श्रीमती अलरमेलमंगई डी ने आज यहां सृजन सभाकक्ष में आयोजित समय-सीमा की बैठक में मुख्यमंत्री जनदर्शन, जन शिकायत निवारण प्रकोष्ठ, जिला जनदर्शन एवं टीएल के लंबित पत्रों की विभागवार गहन समीक्षा की। कलेक्टर ने सभी विभाग के अधिकारियों को तत्परता से आवेदनों का निराकरण करने के निर्देश दिए। बैठक में शिक्षा कर्मियों के वेतन भुगतान में विलंब को लेकर उन्होंने जिला शिक्षा अधिकारी एवं जनपदों के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों से जवाब-तलब किया। कलेक्टर श्रीमती मंगई डी ने कहा कि शिक्षा कर्मियों को हर महीने नियमित रूप से वेतन का भुगतान होना चाहिए। उन्होंने शिक्षा, राजीव गांधी शिक्षा मिशन तथा जनपदों के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने कहा कि दो-दो, तीन-तीन महीने वेतन भुगतान का लंबित रहना किसी भी स्थिति में उचित नहीं है। उन्होंने जिला शिक्षा अधिकारी एवं राजीव गांधी शिक्षा मिशन के कार्यक्रम समन्वयक को वेतन भुगतान के लिए शासन से समय पर आबंटन की मांग करने की हिदायत दी।
कलेक्टर ने बैठक में विभागवार लंबित आवेदनों की निराकरण की स्थिति की समीक्षा करते हुए उप संचालक पशु को पशुपालन का प्रकरण तैयार करने में उदासीनता बरतने के मामले को लेकर पुसौर में पदस्थ पशु चिकित्सक को कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिए। बैठक में आंगनबाड़ी भवन के निर्माण की स्थिति की भी समीक्षा की गई। कलेक्टर ने ग्रामीण यंात्रिकी सेवा के कार्यपालन अभियंता श्री किण्डो से पांच आंगनबाड़ी भवनों का निर्माण शुरू न होने के कारण जवाब-तलब किया और तत्काल भवन निर्माण शुरू कराए जाने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने जिले के स्कूलों में निर्मित अतिरिक्त कक्ष का भौतिक सत्यापन कर भुगतान की कार्रवाई करने के निर्देश जनपदों के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों को दिए। इसके लिए आबंटन संबंधित जनपदों को दिया जा चुका है। कलेक्टर श्रीमती मंगई डी ने जिले के 132 शौचालय विहीन आंगनबाड़ी भवनों में शौचालय का निर्माण 2 अक्टूबर तक हर हाल में कराए जाने के निर्देश दिए। यहां यह उल्लेखनीय है कि आंगनबाडिय़ों में शौचालय निर्माण के लिए जनपद पंचायतों के माध्यम से ग्राम पंचायतों को 14-14 हजार रुपए का आबंटन बीते मई माह में ही जारी किया जा चुका है। बैठक में फूलवारी केन्द्र के संचालन एवं इसकी व्यवस्था के बारे में भी कलेक्टर ने अधिकारियों से पूछताछ की।
कलेक्टर श्रीमती मंगई डी ने जिले में स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत गांवों को ओडीएफ बनाए जाने की प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने ओडीएफ वाले गांवों के शत-प्रतिशत लोगों का बैंक खाता खुलवाने, उन्हें प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजनान्तर्गत बीमित करने तथा कचरा आदि के निष्पादन के लिए नाडेप टाका बनवाए जाने के निर्देश अधिकारियों को दिए। उन्होंने कहा कि ओडीएफ सेलेब्रेशन से पहले उक्त कार्यों को कराया जाना जरूरी है। कलेक्टर श्रीमती मंगई डी ने जिला शिक्षा अधिकारी एवं महिला बाल विकास के कार्यक्रम अधिकारी को स्कूलों एवं आंगनबाडिय़ों में बच्चों को दिए जाने वाले मध्यान्ह भोजन की गुणवत्ता एवं साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखने के निर्देश दिए। इसी तरह आश्रम एवं छात्रावासों में भी साफ-सफाई की व्यवस्था पर विशेष रूप से ध्यान देने के निर्देश दिए गए। बैठक में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री नीलेश क्षीरसागर, अपर कलेक्टर श्री श्याम धावड़े एवं श्रीमती प्रियंका ऋषि महोबिया, समस्त एसडीएम एवं संबंधित विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।