बरौद कालरी: कालरी सूत्रों से मिल रही जानकारी के अनुसार एसईसीएल रायगढ़ कोयलांचल के अंतर्गत बरौद कालरी, जामपाली, गारे-पेलमा, धरम तथा लात ओसीएम मेें स्टोर में मेन पावर की कमी से जूझ रहे हैं, कोयला कर्मी दीगर विभागों के कामगारों से जबरिंया काम लिया जा रहा जिसके कारण कर्मी हलाकान व परेषान हैं. बतलाया जा रहा है कि, रीजनल स्टोर छाल में स्टोर केैडर के मात्र तीन कर्मी है बाकी एक बरौद में पदस्त है कुल चार कर्मी रायगढ़ एरिया में मैजुदा समय में पदस्त हैं जिनका प्रबंधन द्वारा गत पांच-छः वर्षों से अर्थिक मानसिक व शारीरिक शोषण किया जा रहा है. गत दो वर्षों के अंतराल में दो स्टोर कैडर के कर्मी सेवा मुक्त हुए है पर उनके स्थान पर किसी को भी उक्त पद पर पदस्त नहीं किया गया. छाल मेन स्टोर में सबसे बुराहाल है जहां एक ही मजदुर है जिससे बाबू का कार्य लिया जा रहा है प्यून एक भी नहीं है फिर फाइलों का रखरखाव कोैन करेगा, फाइल रखने का भी कोई उपयुक्त स्थान नहीं दिखलाई देता बारिस के दिनों में टीने के शेड से पानी टपकते रहता है तीन चार गोडाउन है अस्त-व्यस्त रखे कीमती समानों को करीने से रखने वाला एक भी मजदूर वर्षों से नहीं है स्टोर के बाहर खुले में बारिस में भीगते हुए सामानों में जंग दिखलाई देने लगा है सभी भवनों कार्यालय में शीड़ बनी हुई है, वेन्टीलेषन व एग्जास्ट नहीं है पीने का शुद्व पेयजल का वर्षों से अभाव है पोखरी से आ रही अषुद्व पेयजल का सेवन कर्मी करते हैं जिसके कारण मौजुदा कर्मियों के पेट में अनेकों संक्रमण बिमारियां घर कर गई हैं। 1997 से छाल में रीजनल स्टोर के शुभारंभ होने के बाद रखरखाव नहीं होने से पांच गोडाउन तीन कार्यालय का बुरा हाल है, जहां सामानों को उठाने वाले छः मजदूर होना चाहिए एक भी नहीं है दो महिलाएं केटेगरी एक की है जो झाड़ू वगैरह तथा फाइल लाने लेकर जाने का कार्य करती है सण्डे, ओटी, पीएच नहीं दी जाती, बैठने के लिए ठीक ढंग से फर्नीचर नहीं दी जाती फाइल रखने के लिए काडेज केबिनेट नहीं दी जाती कुल आठ रूम का हाल बेहाल है। लाखों करोड़ों रूपया का आय का श्रेात देने वाली कम्पनी कोल इंडिया के रीजनल स्टोर का यह हाल हैं।
रीजनल स्टोर को एसईसीएल के विभिन्न क्षेत्रों को जोड़ने के लिए सर्वर लगाया गया है जिसका 2006 में टेण्डर हुआ पर आठ वर्षों से ओएमएस सिस्टम ठप्प पड़ी हुई है जिसकी कोई भी उपयोगिता नहीं है पर ठेकेदार को दिया जा चुका हेै लाखों करोड़ों का बिल पर रीजनल स्टोर मे आवष्यकता के अनुरूप रखरखाव नहीं किया जाना यह रहस्य के पर्दे में छिपा है इस ओर रायगढ़ एसईसीएल के जिम्मेदार प्रबंधान वर्ग के अधिकारियों का ध्यान क्यों आकृष्ट नहीं हो पा रहा है यह शेाध का विषय है।
एमएम नहीं है रायगढ़ कोयलांचल में अनेकों माह से एमएम साहब नहीं है जिनके बगैर चल रहा है स्टोर का सम्पूर्ण कार्य, शौचालय का अभाव, वर्षों पूर्व बने शौचालय बंद पड़ी है, महिलाएं लघु शंका के लिए परेषान होती हैं।
सृजन के देवता श्री विष्वकर्मा पूजा कमेटी का हुआ गठन
सृजन के देवता भगवान श्री विष्वकर्मा जी की मूर्ति की स्थापना व विधिवत पूवज अर्चना करने के लिए अज बरौद कालरी परिसर में एक आवष्यक बैठक रखी गई, प्रत्येक वर्षेंा की भांति इस सत्र भी भगवान श्री विष्वकर्मा जी की मूर्ति की स्थापना करने सर्वसम्मति से एक कमेटी का गठन किया गया जिसके संरक्षक उपेन्द्र कुमार उपक्षेत्रीय प्रबंधक को नियुक्त करते हुए अध्यक्ष राम जनम सिंह खान अधीक्षक, सचिव राजीव रंजन प्रोडक्षन अधिकारी, सहसचिव विजय कुमार सुरक्षा अधिकारी, कोषाध्यक्ष कृष्ण कुमार श्रीवास को नियुक्त किया गया. उक्त समिति में अन्य व्यवस्थाओं के लिए भी पदाधिकारियों की नियुक्ति की गई है जिसमें प्रमुख रूप से गनपत चैहान, मो. आलम, राजेन्द्र सिंह, सुरेष कुमार गुप्ता, बच्छराम, थान सिंह चैंधरी, धर्मेन्द्र महंत, षिवलाल साहू, श्यामलाल शर्मा सहित आधा सेंकड़ा कोयला श्रमिकों को कमेटी में रखा गया है।
संध्या संास्कृति कार्यक्रम
सिटिजन फोरम आॅन हृमन राइटर्स की पहल पर बरघाट एसईसीएल कालोनी स्थित श्री निकेतन भवन बम्बू हाउस में संध्या 6 बजे से कोयला कर्मचारियों तथा अधिकारियों तथा परिजनों का स्थानिय स्तर पर हास्य, ब्यंग गीत जैसे मनोरंजन के कार्यक्रम भी किये गए हैं।