उस्ताद अमजद अली खॉ के सरोद वादन से पहली रात सजेगी महफिल
रायगढ़, 15 सितम्बर 2015/ कला-संगीत व संस्कृति नगरी रायगढ़ में प्रतिष्ठित चक्रधर समारोह का शुभारंभ 17 सितम्बर को संध्या 7 बजे रामलीला मैदान में मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह करेंगे। दस दिनों तक चलने वाले गीत-संगीत के इस कार्यक्रम में गायन, वादन एवं नृत्य के शीर्षस्थ कलाकारों से लेकर नई पीढ़ी के प्रतिभाशाली फनकार अपनी प्रस्तुति देंगे। पद्म विभूषण पं. जसराज, पदम विभूषण हरिप्रसाद चौरसिया, पदम विभूषण उस्ताद अमजद अली खॉ, पदम भूषण बेगम परवीन सुल्ताना, पद्मश्री अनुज शर्मा एवं निजामी बंधु इस वर्ष के विशेष आमंत्रित कलाकार है। कार्यक्रम के प्रथम सांस्कृतिक संध्या को पद्मविभूषण उस्ताद अमजद अली खॉ एवं अमान-अयान अली खॉ के सरोद वादन का कला प्रेमी रसास्वादन करेंगे।
कार्यक्रम का शुभारंभ 17 सितम्बर को भगवान गणेश की वंदना से होगा। कलागुरू श्री वेदमणि सिंह द्वारा गणेश वंदना की प्रस्तुति के पश्चात रायपुर की श्रीमती यास्मीन सिंह नृत्य नाटिका ‘शक्ति स्वरूपाÓ प्रस्तुत करेंगी। तत्पश्चात पद्मविभूषण उस्ताद अमजद अली खॉ का सरोद वादन होगा।
चक्रधर समारोह के दूसरे दिन 18 सितम्बर को रायगढ़ के सुश्री सौम्या षड़ंगी का ओडिसी नृत्य, रायपुर के गौतम चौबे का गायन, कु. अदिति बोहिदार का ओडिसी नृत्य, कोलकाता के अशीम बंधु का कथक, मुम्बई की सुश्री निरू सभरवार की सप्तरंग एवं श्री समुंदर खान तथा साथियों द्वारा राजस्थानी लोकगीत एवं नृत्य की प्रस्तुति दी जाएगी। 19 सितम्बर को पं. रामलाल एवं श्री भूपेन्द्र बरेठ कथक रायगढ़ घराना, गोविन्दा शर्मा का शास्त्रीय नृत्य, सुश्री अदिती काले बिलासपुर की कथक प्रस्तुति, पदमभूषण बेगम परवीन सुल्ताना का गायन, असम की सुश्री संजुक्ता बरूआ का सत्रिय नृत्य, रायपुर की सुश्री अल्का चंद्राकर द्वारा छत्तीसगढ़ी लोकरंग की प्रस्तुति दी जाएगी। 20 सितम्बर को महिला समूह रायगढ़ की हनुमान चालीसा पर नृत्य नाटिका, भुवेनश्वर की श्रीमती के.भानुश्वरी का वायलिन, रासिक मोहम्मद का पियानो, कोलकाता के विक्रम घोष का तबला वादन, रायपुर की सुश्री अंकिता राउत का ओडिसी नृत्य, दिल्ली के निजामी बंधु का कव्वाली गायन होगा। 21 सितम्बर को रायगढ़ की सुश्री श्रुति चौकसे का कथक, रायपुर की श्रीमती अनिता शर्मा का गायन, सारंगढ़ का पंथी नृत्य, रायपुर के श्री प्रमुजंय चतुर्वेदी का गजल, अजय आठले का इप्टा नाटक, योगेन्द्र चौबे का गुडी नाटक एवं युवराज सिंह द्वारा नाटक की प्रस्तुति दी जाएगी। 22 सितम्बर को रायपुर की सुश्री पलक तिवारी का शास्त्रीय गायन, बिलासपुर की श्रीमती रागिणी कावठेकर का शास्त्रीय गायन, श्री बाबू पाणिग्राही का गायन, बैंगलोर की श्रीमती मानी राव का भरत नाट्यम, मुम्बई की सुश्री नंदिता पुरी का कथक, पं. उदय कुमार मलिक का पखावज वादन होगा। 23 सितम्बर को रायपुर की सुश्री भारती राजपुत का सुगम गायन, सारंगढ़ के श्याम लाल चौहान का शास्त्रीय गायन, भुवनेश्वर की सुश्री गायत्री चांद का ओडिसी नृत्य, पश्चिम बंगाल की चिनिबस महतो का छाऊ नृत्य एवं कवि सम्मेलन होगा। 24 सितम्बर को भिलाई के रथीस बाबू का भरतनाट्यम, जशपुर का आदिवासी नृत्य, मुम्बई की सुश्री रसिका शेखर का फ्यूजन, नई दिल्ली की सुश्री कविता द्विवेदी का त्रिधारा, रायपुर के पदमश्री अनुज शर्मा का छत्तीसगढ़ रागरंग होगा। 25 सितम्बर को श्री सुनील वैष्णव एवं सुश्री बासंती वैष्णव का रायगढ़ घराना, सुश्री शालिनी पिल्लई का कुचीपुड़ी, असम के मधुर जिया का बिहू नृत्य, मुम्बई के पद्म विभूषण पं. हरिप्रसाद चौरसिया का बांसुरी वादन एवं मुम्बई की सुश्री पीनाज मिसानी का गजल गायन होगा। चक्रधर समारोह की अंतिम रात 26 सितम्बर को मुम्बई के पद्मविभूषण पं. जसराज का गायन होगा।