रायगढ़ | डॉ. अब्दुल कलाम शिक्षा गुणवत्ता अभियान के अंतर्गत स्कूलों की ग्रेडिंग के लिए आज जिले के पुसौर ब्लाक के ग्राम पंचायत कोसमंदा के आश्रित ग्राम पंचपारा के मिडिल स्कूल में आयोजित ग्राम सभा में कलेक्टर श्रीमती अलरमेलमंगई डी शामिल हुई। इस दौरान कलेक्टर ने पालकों, पंचायत पदाधिकारियों एवं बच्चों से शिक्षा-गुणवत्ता के बारे में पूछताछ करने के साथ ही कक्षा 6 वीं से लेकर 8 वीं तक बच्चों से गणित, विज्ञान, अंग्रेजी, सामाजिक अध्ययन विषय से संबंधित सवाल पूछकर शाला में अध्ययन-अध्यापन की स्थिति और बच्चों के ज्ञान का स्तर परखा। कलेक्टर श्रीमती मंगई डी ने इस दौरान बच्चों से उनके पठन कौशल को परखने के लिए हिन्दी व अंग्रेजी की किताबों का पठन कराने के साथ ही उसका अर्थ भी पूछा और बच्चों के उत्साह वर्धन के लिए अपनी ओर से चॉकलेट भी बांटे। ग्राम सभा में राजीव गांधी शिक्षा मिशन के जिला समन्वयक श्री रमेश देवांगन, जनपद पंचायत के सीईओ सहित ग्राम पंचायत कोसमंदा की सरपंच रीता विश्वाल, सुकुलभठली की सरपंच श्रीमती परदेशनी गुप्ता, जैजेराम गुप्ता, गोकुल प्रधान, भगत राम गुरूजी, शंभुनाथ प्रधान, किरण विश्वाल, केशव प्रधान, जगत सिदार सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण जन मौजूद थे।
कलेक्टर श्रीमती मंगई डी ने ग्राम सभा के दौरान शिक्षा गुणवत्ता अभियान के अंतर्गत शासन द्वारा स्कूलों की ग्रेडिंग के लिए निर्धारित प्रश्नावली के एक-एक प्रश्नों के बारे में स्वयं ग्रामीणों एवं पालकों से पूछताछ कर उनकी सहमति से प्रश्नों के उत्तर भी प्रश्नावली के विकल्पों से भरवाए। कलेक्टर ने इस अवसर पर पालकों एवं ग्रामीणों से बच्चों की शिक्षा-दीक्षा पर विशेष रूप से ध्यान देने तथा स्कूल की गतिविधियों में सहभागिता सुनिश्चित करने की अपील की। उन्होंने कहा कि शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार लाने और स्कूल के विकास के लिए आप सबकी सहभागिता जरूरी है।
कलेक्टर ने ग्राम सभा में शाला में बच्चों एवं शिक्षकों की नियमित उपस्थिति, शाला प्रबंधन समिति की बैठक, शाला विकास योजना, शिक्षकों का बच्चों से व्यवहार एवं संबंध, अध्यापन कार्य, शाला में सीखने का वातावरण, शिक्षण योजना का निर्माण, बच्चों में कक्षानुरूप पठन कौशल, लेखन कौशल, अभिव्यक्ति कौशल, गणितीय कौशल, वैज्ञानिक अभिरूचि, आसपास की समझ एवं सूझबूझ, सहायक शिक्षण सामग्री, स्वच्छता की आदत, स्कूल में विभिन्न प्रतियोगिताओं के आयोजन एवं बच्चों की सहभागिता के बारे में स्वयं बच्चों एवं पालकों से पूछताछ की। शासकीय माध्यमिक शाला पंचपारा में 132 बच्चे दर्ज है। यहां प्रधान पाठक सहित कुल 7 शिक्षक पदस्थ है। ग्राम सभा के दौरान शाला में अध्ययन-अध्यापन एवं अन्य गतिविधियों का स्तर अच्छा पाए जाने पर कलेक्टर श्रीमती अलरमेलमंगई डी ने प्रसन्नता जताई और बच्चों को मन लगाकर पढ़ाई करने और आगे बढऩे की सीख दी। उन्होंने पंचपारा स्कूल केम्पस में पेयजल की मुकम्मल व्यवस्था के लिए सिन्टेक्स टंकी लगाए जाने का भरोसा ग्रामीणों को दिलाया।
कलेक्टर श्रीमती मंगई डी ने इस दौरान ग्राम पंचायत सुकुल भठली की प्राथमिक शाला दाऊभठली की ग्रेडिंग के लिए आयोजित ग्राम सभा का भी मुआयना किया। कलेक्टर ने बताया कि प्राथमिक एवं माध्यमिक शालाओं के बच्चों के अध्ययन और अध्यापन कार्य में सुधार लाने के साथ ही इसमें समुदाय की सहभागिता सुनिश्चित करने के उद्देश्य से राज्य शासन द्वारा शिक्षा गुणवत्ता अभियान संचालित किया जा रहा है। इस अभियान के प्रथम चरण में जिले के सभी स्कूलों में ग्राम सभाएं एवं नगरीय क्षेत्रों में वार्ड सभाएं आयोजित की जा रही है। इसका उद्देश्य स्कूलों का 20 निर्धारित बिन्दुओं पर मूल्यांकन कर उसे ए, बी, सी या डी ग्रेड दिया जाना है। उन्होंने ग्रामीणों से निर्धारित बिन्दुओं पर अपना अभिमत स्पष्ट रूप से देने को कहा, ताकि स्कूल के ग्रेडिंग की जा सके। कलेक्टर श्रीमती मंगई डी ने प्राथमिक शाला के बच्चों से चर्चा कर उनकी पढ़ाई-लिखाई और मध्यान्ह भोजन के बारे में जानकारी प्राप्त की। उन्होंने पालकों एवं ग्रामीणों से बच्चों पढ़ाई-लिखाई पर ध्यान देने तथा स्कूल में अध्ययन-अध्यापन एवं अन्य गतिविधियों पर निगरानी की अपील की। कलेक्टर ने कहा कि ग्रामीणों की सहभागिता से स्कूल की व्यवस्था को बेहतर बनाने में मदद मिलेगी।