[pullquote-left] कलेक्टर जनदर्शन में बड़ी संख्या में पहुंचे लोग [/pullquote-left]
कलेक्टर श्रीमती अलरमेल मंगई डी द्वारा जन सामान्य की समस्याओं एवं शिकायतों की सुनवाई एवं उसके निदान के लिए आज मंगलवार से शुरू हुआ साप्ताहिक कलेक्टर जनदर्शन कार्यक्रम, रायगढ़ के मिट्ठुमुड़ा निवासी नि:शक्त अनिल दास महंत के लिए वरदान साबित हुआ। 25 वर्षीय यह नि:शक्त अपनी धर्मपत्नी व बच्चे के साथ जनदर्शन कार्यक्रम में अपनी फरियाद लेकर पहुंचा था। कलेक्टर श्रीमती मंगई डी ने अनिल की समस्या को न सिर्फ ध्यान से सुना बल्कि उसे तत्काल स्वरोजगार के लिए अंत्यावसायी एवं ग्रामोद्योग से किराना व्यवसाय के लिए ऋण स्वीकृत करने के साथ ही निगम कमिश्नर को अनिल को नि:शक्तजन राशन कार्ड तथा उप संचालक पंचायत को व्हील चेयर प्रदाय करने के निर्देश दिए। दोनों पैरो से नि:शक्त अनिल ने बताया कि वह बेरोजगार है। परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक न होने की वजह से वह स्वयं का रोजगार व्यवसाय भी नहीं कर पा रहा है। ऐसी स्थिति में उसे अपने परिवार के भरण-पोषण में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। कलेक्टर ने नि:शक्त अनिल की स्थिति को देखते हुए उसे किराना दुकान खोलने के लिए तत्काल ऋण प्रदाय किए जाने के निर्देश दिए।
कलेक्टर जनदर्शन का यह कार्यक्रम कलेक्टोरेट परिसर स्थित सृजन सभाकक्ष में आयोजित हुआ। जहां बड़ी संख्या में लोग अपने आवेदन लेकर पहुंचे थे। कलेक्टर जनदर्शन में एक-एक कर कलेक्टर श्रीमती मंगई डी ने लोगों की समस्याओं की सुनवाई की बल्कि जनदर्शन में मौजूद संबंधित विभाग के अधिकारियों को तत्परता से निराकरण के भी निर्देश दिए। जनदर्शन कार्यक्रम में धरमजयगढ़ के छाल ग्राम पंचायत के ग्रामीणों ने कलेक्टर से मुलाकात कर वहां के सरपंच द्वारा शासकीय कामकाज में बरती जा रही लापरवाही की शिकायत की। कलेक्टर ने इस मामले की जांच कर तत्काल रिपोर्ट देने के निर्देश जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों को दिए। जामपाली पुसौर के हेतराम ने बताया कि उसे पूर्व में प्रदाय किया गया नीला राशन कार्ड निरस्त कर दिया गया है, उसे पेंशन योजना का लाभ भी ग्राम पंचायत द्वारा नहीं दिया जा रहा है। बीड़पारा सारंगढ़ के मदनलाल तिवारी ने अपनी भूमि के नक्शा बंटवारा के बाद रिकार्ड दुरूस्त न किए जाने की शिकायत की। उसने बताया कि रिकार्ड दुरूस्ती के लिए वह बीते एक वर्ष में कई बार तहसील आफिस के चक्कर काट चुका है। रिकार्ड दुरूस्त न होने की वजह से भूमि की बिक्री नकल नहीं मिल रही है इससे वह परेशान है। रायगढ़ के बड़े रामपुर के स्व.दारसिंह सिदार की पत्नी ने कलेक्टर श्रीमती मंगई डी को राष्ट्रीय परिवार सहायता की राशि न मिलने की शिकायत की। उसने बताया कि उसका परिवार गरीबी रेखा के नीचे जीवन-यापन कर रहा है। पति की मृत्यु एक वर्ष पूर्व हुई थी। आज तक नगर निगम द्वारा सहायता राशि नहीं दी गई। कलेक्टर ने उक्त मामलों से संबंधित अधिकारियों को तलब कर न सिर्फ पूछताछ की बल्कि संबंधित आवेदकों के आवेदन को एक सप्ताह के भीतर निरा$कृत कर रिपोर्ट देने की हिदायत दी।
[pullquote-left] गढ़उमरिया के झीलन की भूमि वापस मिलेगी [/pullquote-left]
जनदर्शन में अपनी फरियाद लेकर पहुंचे गढ़उमरिया के झीलन ने कलेक्टर श्रीमती मंगई डी को बताया कि उसे शासन द्वारा उसे जीवन-यापन के लिए 44 डिसमिल भूमि मिली थी। इस भूमि पर गांव के चारू मेहर ने बेजा कब्जा कर लिया है। कलेक्टर श्रीमती मंगई डी ने तहसीलदार पुसौर को तत्काल बेजा कब्जाधारी चारू मेहर की बेदखली की कार्रवाई कर झीलन को उसकी भूमि वापस दिलाने के निर्देश दिए।
[pullquote-left] गरीबों का नि:शुल्क ईलाज [/pullquote-left]
जनदर्शन कार्यक्रम में बड़ी संख्या में लोग स्वयं अथवा परिजनों की बीमारी के ईलाज के लिए भी अपने आवेदन लेकर पहुंचे थे। कलेक्टर ने इन सभी आवेदनों पर संवेदनशीलता के साथ कार्रवाई करने के निर्देश मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी तथा सिविल सर्जन को दिए। कलेक्टर ने कहा कि समाज के गरीब तबके के लोगों का ईलाज जिला चिकित्सालय में नि:शुल्क किया जाएगा।
[pullquote-left] शिक्षा का अधिकार अधिनियम के तहत मिलेगा दाखिला [/pullquote-left]
जनदर्शन कार्यक्रम में कई पालक अपने बच्चों का दाखिला शहर के शासकीय व निजी स्कूलों में कराने के लिए भी आवेदन लेकर पहुंचे थे। कलेक्टर श्रीमती मंगई डी ने उन्हें बताया कि जिला प्रशासन द्वारा शिक्षा का अधिकार अधिनियम के तहत समाज के कमजोर तबके के बच्चों को निजी शैक्षणिक शालाओं में 25 प्रतिशत सीटों पर कक्षा पहली अथवा नर्सरी में दाखिला कराया जाएगा। इसके लिए शीघ्र ही जिला प्रशासन द्वारा प्रवेश मेला लगाया जाएगा। स्कूल में दाखिले के लिए आवेदन देने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
[pullquote-left] कलेक्टर जनदर्शन में अधिकारी-कर्मचारी नहीं देंगे आवेदन [/pullquote-left]
कलेक्टर श्रीमती मंगई डी ने जनदर्शन कार्यक्रम में अपनी समस्याओं एवं शिकायतों को लेकर पहुंचे कतिपय शासकीय कर्मचारियों के मामले की सुनवाई तो की साथ ही उन्हें यह भी समझाईश दी कि यह कार्यक्रम सिर्फ जन सामान्य के लिए है। शासकीय अधिकारी-कर्मचारी अपनी समस्याओं के बारे में उनसे कभी भी मुलाकात कर सकते है। इस मौके पर उन्होंने सभी विभागों के अधिकारियों को अपने अधीनस्थ अधिकारियों को यह अनिवार्य रूप से सूचित करने को कहा कि कोई भी शासकीय अधिकारी-कर्मचारी कलेक्टर जनदर्शन में अपनी समस्याओं एवं शिकायतों के लिए न तो आए और न ही आवेदन दें।