कलेक्टर श्रीमती अलरमेल मंगई डी ने कहा है कि जिले के ज्यादा से ज्यादा युवाओं को उद्योगों एवं व्यवसायिक प्रतिष्ठानों में सेवा का अवसर उपलब्ध कराने के लिए जिला प्रशासन उनको कौशल प्रशिक्षण देगा। यह कौशल प्रशिक्षण उद्योगों एवं वाणिज्यिक संस्थानों की मांग के अनुसार दिया जाएगा। इसी उद्देश्य से उद्योग एवं वाणिज्यिक संस्थानों के पदाधिकारियों की यह बैठक जिला प्रशासन द्वारा बुलाई गई है। बैठक में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री नीलेश क्षीरसागर, महाप्रबंधक उद्योग श्री जे.एस.नेताम तथा रोजगार अधिकारी श्री प्रमोद जैन सहित जिले के समस्त उद्योगों, व्यापारिक संघों के प्रतिनिधि तथा स्वयंसेवी संस्थाओं के पदाधिकारी मौजूद थे।
[pullquote-right] कलेक्टर श्रीमती मंगई डी ने कहा कि मुख्यमंत्री कौशल विकास योजना के तहत युवाओं को बाजार की डिमांड को देखते हुए कौशल उन्नयन का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। रायगढ़ लाईवलीहुड कालेज के माध्यम से युवाओं को उनके पसंद के जॉब के लिए प्रशिक्षित कर उनके प्लेसमेंट की व्यवस्था भी सुनिश्चित की जा रही है। कलेक्टर ने बैठक में मौजूद उद्योगों एवं वाणिज्यिक संस्थानों के प्रतिनिधियों से उनके संस्थान में योग्य मानव संसाधन की आवश्यकता के बारे में जानकारी ली। कलेक्टर ने कहा कि आपकी डिमांड के आधार पर जिला प्रशासन शिक्षित बेरोजगारों को टे्रनिंग देगा ताकि आपके संस्थान में उन्हें जॉब मिल सके। उन्होंने जिले में ओपी जिंदल कम्युनिटी कालेज में विभिन्न टे्रडों में दी जा रही टे्रनिंग से पृथक टे्रड में टे्रनिंग की व्यवस्था रायगढ़ लाईवलीहुड कालेज में किए जाने की बात कही।[/pullquote-right]
बैठक के प्रारंभ में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री नीलेश क्षीरसागर ने कहा कि युवाओं की क्षमता एवं ऊर्जा का बेहतर उपयोग उन्हें जॉब से जोडक़र किया जा सकता है। इसके लिए उद्योगों की जरूरत के अनुसार युवाओं को टे्रनिंग दी जाएगी। उन्होंने कहा कि रायगढ़ जिले में बड़ी संख्या में उद्योग संचालित है। यहां खनिज परिवहन के लिए भारी वाहन का उपयोग होता है। भारी वाहन चलाने का विधिवत प्रशिक्षण सहित फर्नेश यूनिट, रोलिग मिल, कन्वेयर बेल्ट ऑपरेटर, इंडक्शन फर्नेश के लिए आवश्यकतानुसार शिक्षित युवाओं को प्रशिक्षण दिए जाने की योजना है। इसी तरह उद्योगों की डिमांड के आधार पर स्किल डेवल्पमेन्ट अन्य प्रशिक्षण भी दिए जायेंगे।
इस अवसर पर ओ.पी.जेसीसी के डायरेक्टर ने अपने संस्थान द्वारा स्किल डेवल्पमेंट के लिए दिए जा रहे विभिन्न टे्रडों के प्रशिक्षण की विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि ओपी जेसीसी में 600 युवाओं को प्रशिक्षण दिए जाने की सुविधा है। यहां 200 सीट महिला प्रशिक्षणार्थियों के लिए आरक्षित है। उन्होंने बताया कि मशीनरी ऑपरेशन एवं मरम्मत, कम्प्यूटर एवं निर्माण से संबंधित प्रशिक्षण लगातार दिया जा रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि यदि उन्हें अन्य औद्योगिक संस्थानों से डिमांड मिली तो टे्रनिंग की व्यवस्था की जाएगी। ओपी जेसीसी के डायरेक्टर ने बताया कि अब तक उनके संस्थान द्वारा 12 हजार से अधिक युवाओं को विभिन्न टे्रडों का प्रशिक्षण देकर उनका कौशल उन्नयन किया गया है। कंस्ट्रक्शन के क्षेत्र में उनके यहां प्रशिक्षित युवाओं का प्लेसमेंट शत-प्रतिशत तथा अन्य सभी टे्रड में 70 प्रतिशत प्लेसमेंट रहा है। बैठक में जिला रोजगार अधिकारी ने बताया कि मुख्यमंत्री कौशल विकास योजनान्तर्गत प्रशिक्षित युवाओं को विधिवत प्रमाण-पत्र दिया जाता है। प्रशिक्षण के लिए शासकीय संस्थानों के साथ-साथ निजी क्षेत्र के कुल 190 व्हीटीपी चिन्हित किए गए है। इनके माध्यम से विभिन्न टे्रडों में प्रशिक्षण दिया जा रहा है। यह प्रशिक्षण भारत सरकार द्वारा चिन्हित किए गए टे्रड के अनुसार है। उन्होंने इस अवसर पर नियोक्ताओं के पंजीयन के लिए वेबसाईट की जानकारी दी और वेबसाईट में पंजीयन कराने का तरीका भी बताया। उन्होंने बताया कि जिले में इस साल 3551 युवाओं को मुख्यमंत्री कौशल विकास योजना के अंतर्गत प्रशिक्षण प्रदाय किया गया है।