[aph] रायगढ़ : [/aph] छत्तीसगढ़ सरकार की ओर से मंत्रीमण्डल विस्तार किया गया है। ऐसे में जहां तीन नये चेहरों को मंत्रीमण्डल मेें [su_frame align=”right”][/su_frame]शामिल किया गया है तो वही रायगढ़ जिले के लैलूंगा विधान सभा की विधायक सुनिति राठिया को संसदीय सचिव बनाया गया है। सुनिति राठिया पूर्व मंत्री सत्यानंद राठिया की पत्नी हैं। सत्यानंद राठिया को भी पूर्व में संसदीय सचिव बनाया जा चुका है। ऐेसे में इस बार भी सुनिति के विधायक बनने के बाद से ही संसदीय सचिव बनाये जाने की चर्चा हो रही थी। किरण दूत ने दो दिन पूर्व मंत्रीमण्डल विस्तार के संबंध में जब सुनिति और सत्यानंद राठिया से चर्चा की थी तब उन्होंने मुख्यमंत्री रमन सिंह और संगठन पर उनका फैसला छोड़ा था। ऐसे में जबकि सुनिति राठिया को संसदीय सचिव का दायित्व दे दिया गया है। तब उन्होंने छत्तीसगढ़ सरकार को धन्यवाद देते हुए विकास कार्यो और जनता की अपेक्षाओं को पूरा करने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराई है। उनका कहना है कि उन पर भरोसा दिखाते हुए नया पदभार दिया गया है। उन्हें प्राप्त शक्तियों का सदुपयोग करते हुए सरकारी योजनाओं का बेहतर क्रियान्वयन करवायेंगी।
[aph] मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने अपने मंत्रिमंडल में तीन नए मंत्रियों को शामिल करने के साथ-साथ बड़ा फेरबदल किया है [/aph] साल 2006 से लगातार स्वास्थ्य विभाग संभाल रहे अमर अग्रवाल को विभाग से हटा दिया गया है। अजय चंद्राकर को चिकित्सा शिक्षा विभाग का प्रभार दिया गया है, अभी तक अमर अग्रवाल इस विभाग को देख रहे थे। बताते चलें कि पिछले साल नवम्बर में हुए नसबंदी काण्ड के बाद से ही अमर अग्रवाल को स्वास्थ्य विभाग से हटाने की मांग तेज हो गई थी। तब से ही कैबिनेट विस्तार की चर्चा शुरु हो गई थी। भास्कर के हालिया सर्वे में भी यह बात सामने आई थी कि प्रदेश की जनता स्वास्थ्य विभाग से नाखुश है। सर्वे में सामने आया था कि प्रदेश की 29.2 प्रतिशत जनता स्वास्थ्य सेवाओं से नाराज हैं। 22.6 प्रतिशत ने माना कि नसबंदी कांड ने सरकार की छवि खराब की है, वहीं बेहाल स्वास्थ्य सेवाओं पर 3.9 प्रतिशत और नेत्र काण्ड पर 2.7 प्रतिशत जनता ने नाराजगी जताई थी।