[su_heading size=”18″ margin=”10″]प्रभंजय के भजन व गजल ने समा बांधा [/su_heading]
रायगढ़ : रायगढ़ में चल रहे 31 वें चक्रधर समारोह की पांचवी सांस्कृतिक संध्या भजन, गजल, कथक, पंथी नृत्य और प्रभावी नाट्य प्रस्तुति को लेकर यादगार बनी। कलाकारों ने अपनी प्रस्तुति से श्रोताओं और दर्शकों को बांधे रखा।
सांस्कृतिक संध्या का शुभारंभ रायपुर की श्रुती चौकसे के कथक नृत्य से हुआ। श्रुति ने अपने लयकारी नृत्य से दर्शकों को आनंदित कर दिया। देश के कई मंचों पर अपनी प्रस्तुति दे चुके श्रुति ने तराना शैली में शानदार कथक नृत्य प्रस्तुत कर खूब तालियां बटोरी। पंथी नृत्य सारंगढ़ के कलाकारों ने अपनी शानदार प्रस्तुति से पूरे समारोह स्थल को छत्तीसगढ़ी रंग से सरोबार कर दिया था। पंथी नृत्य दल के कलाकारों द्वारा प्रस्तुत भजन व नृत्य को लोगों ने सराहा। कार्यक्रम की अगली प्रस्तुति देने आए गजल गायक प्रभंजय चतुर्वेदी ने अपने गायन की शुरूआत सांई भजन से की। इसके बाद लोकप्रिय भजन दुनिया चले न श्रीराम के बिना… को गाकर श्रोताओं को झूमने पर मजबूर कर दिया। प्रभंजय की गजल को भी लोगों ने खूब सराहा और तालियां बजाकर उनकी हौसला आफजाई की।
चक्रधर समारोह के मंच से रायगढ़ के रंग कर्मियों ने अपनी प्रतिभा का असरदार ढंग से प्रदर्शन कर वाहवाही लूटी। इप्टा के कलाकारों द्वारा प्रस्तुत नाटक गांधी चौक को लोगों ने पसंद किया। अजय आठले के निर्देशन में इप्टा के कलाकारों अपने चुटीले संवाद और बेजोड़ अभिनय से श्रोताओं को खूब हसाया। योगेन्द्र चौबे के निर्देशन में गुड़ी द्वारा प्रस्तुत नाटक गधो का मेला वर्तमान व्यवस्था एवं बेरोजगारी पर करारा व्यंग्य था। कार्यक्रम की अंतिम प्रस्तुति रायगढ़ के पत्रकार एवं युवा रंगकर्मी युवराज सिंह आजाद के एकल नाटक असमंजस बाबू की आत्मकथा ने देर रात तक कला प्रेमियों को बांधे रखा। उन्होंने अपने प्रभावी संवाद और अभिनय से समाज की विसंगतियों पर करारा प्रहार किया। हिन्दू, मुस्लिम वर्ग भेद और समाज में व्याप्त विसंगतियों पर करारा प्रहार करती युवराज सिंह आजाद की एकल प्रस्तुति ने दर्शकों को भावुक कर दिया। नाटक के दौरान युवराज के प्रभावी संवाद को दर्शकों ने तालियां बजाकर सराहा और उनके बेजोड़ अभिनय की तारीफ की।
चक्रधर समारोह की पंचम सांस्कृतिक संध्या का शुभारंभ महापौर मधु बाई ने महाराजा चक्रधर सिंह के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्जवलित कर किया। कार्यक्रम में प्रस्तुति देने वाले कलाकारों को आयोजन समिति की ओर से विधायक श्री रोशन लाल अग्रवाल, महापौर मधुबाई, पूर्व संसदीय सचिव श्री ओमप्रकाश राठिया सहित अन्य जनप्रतिनिधियों ने प्रशस्ति पत्र एवं स्मृति चिन्ह भेंटकर सम्मानित किया।
[su_heading size=”18″ margin=”10″]आज (23 सितम्बर) चक्रधर समारोह में कवि सम्मेलन[/su_heading]
पश्चिम बंगाल की चिनिबस महतो का छाऊ नृत्य भी : चक्रधर समारोह की सातवी सांस्कृतिक संध्या 23 सितम्बर को रायपुर की सुश्री भारती राजपुत का सुगम गायन, सारंगढ़ के श्याम लाल चौहान का शास्त्रीय गायन, भुवनेश्वर की सुश्री गायत्री चांद का ओडिसी नृत्य, पश्चिम बंगाल की चिनिबस महतो का छाऊ नृत्य एवं कवि सम्मेलन होगा।