[su_heading size=”18″ margin=”10″]यास्मीन सिंह की लयकारी प्रस्तुति से समॉ बंधा[/su_heading]
रायगढ़, 18 सितम्बर 2015/ ऐतिहासिक चक्रधर समारोह की पहली सांस्कृतिक संध्या को प्रसिद्ध कथक नृत्यांगना यास्मीन सिंह की मनमोहक प्रस्तुति ने कार्यक्रम में समा बांध दिया। यास्मीन सिंह ने अपनी टीम के कलाकारों के साथ नृत्य की लयकारी के साथ नृत्य नाटिका की प्रस्तुति दी। कथक नृत्य नाटिका के माध्यम से श्रीमती यास्मीन सिंह और उनकी टीम के कलाकारों ने शक्ति स्वरूपा देवी की आराधना, सीता, द्रोपदी, अहिल्या, रानी लक्ष्मी बाई की शक्ति की शानदार नृत्य प्रस्तुति से कार्यक्रम स्थल तालियों की गडग़ड़ाहट से गूंज उठा।
इससे पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने 31 वें चक्रधर समारोह का शुभारंभ भगवान गणेश की पूजा-अर्चना तथा महाराजा चक्रधर सिंह के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित करते हुए दीप प्रज्जवलन कर किया। इस अवसर पर केन्द्रीय इस्पात खनन राज्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय, छत्तीसगढ़ के सहकारिता, पर्यटन एवं संस्कृति श्री दयाल दास बघेल, संसदीय सचिव श्रीमती सुनीति सत्यानंद राठिया, विधायक श्री रोशन लाल अग्रवाल, श्रीमती केराबाई मनहर, उमेश पटेल, लालजीत सिंह राठिया सहित अन्य जनप्रतिनिधि उपस्थित थे। चक्रधर समारोह के सांस्कृतिक संध्या की शुरूआत गणेश वंदना से हुई। कला गुरू वेदमणि सिंह ठाकुर एवं कलाकारों की सुमधुर वंदना एवं प्रस्तुति से पूरा माहौल भक्तिमय हो उठा।
कार्यक्रम की अंतिम प्रस्तुति देने पद्मविभूषण अमजद अली खॉ के मंच पर पहुंचते ही रायगढ़ के कला प्रेमियों ने करतल ध्वनि से उनका आत्मीय अभिनंदन किया। उस्ताद अमजद अली खॉ ने अपने समधुर वादन से गणेश कल्याण सुनाकर कला प्रेमियों को मंत्रमुग्ध कर दिया। उन्होंने मल्हार, रोला-काफी, किरवानी के धुन से समारोह को यादगार बना दिया। उनके सुपुत्र उस्ताद अमान-अयान खॉ ने राग रागेश्वरी की समधुर तान छेड़कर कला प्रेमियों को आनंदित किया। उस्ताद अमजद अली खॉ एवं उनके पुत्र अमान-अयान खॉ की संयुक्त प्रस्तुति को भी कला प्रेमियों ने खूब सराहा और तालियां बजाकर उन्हें दाद दी। मुख्यमंत्री डॉ. सिंह ने चक्रधर समारोह में प्रस्तुति देने के लिए आए उस्ताद अमजद अली खॉ, प्रसिद्ध कथक नृत्यांगना यास्मीन सिंह, कला गुरू वेदमणि सिंह ठाकुर को प्रशस्ति पत्र, शाल, श्रीफल एवं स्मृति चिन्ह भेंटकर सम्मानित किया। कार्यक्रम का संचालन प्रो.अम्बिका वर्मा एवं राजेश डेनियल ने किया।
[su_heading size=”18″ margin=”10″]आज परवीन सुल्ताना और सुश्री अल्का चंद्राकर की प्रस्तुति[/su_heading]
रायगढ़, 18 सितम्बर 2015/ चक्रधर समारोह की तृतीय सांस्कृतिक संध्या 19 सितम्बर को पं. रामलाल एवं श्री भूपेन्द्र बरेठ कथक रायगढ़ घराना की प्रस्तुति के साथ ही गोविन्दा शर्मा का शास्त्रीय होगा। इसके पश्चात बिलासपुर की सुश्री अदिती काले के कथक नृत्य प्रस्तुति होगी। पदमभूषण बेगम परवीन सुल्ताना का गायन, असम की सुश्री संजुक्ता बरूआ का सत्रीय नृत्य एवं रायपुर की सुश्री अल्का चंद्राकर की छत्तीसगढ़ी लोकरंग की प्रस्तुति होगी।