[aph] रायगढ़ : [/aph] नगर निगम रायगढ़ में कांग्रेस के पार्षदों का मन-मुटाव पूनः सामने आ गया है। इसी कड़ी में युवा पार्षद पंकज पटेल ने बागी रूख अख्तियार कर लिया है। हालाकी पंकज पटेल को विषुद्ध रूप से विभाष सिंह खेमे का माना जाता है। पार्षद पंकज पटेल के पूर्व विधायक हृदय राम राठिया व खरसिया विधायक उमेष, नंदकुमार पटेल से भी अच्छे संबंध हैं। वहीं पंकज पटेल के ससुर की मृत्यु पश्चात पुरे चुनाव का संचालन युवा नेता विभाष सिंह ठाकुर ने किया था और उन्हें विजयश्री दिलाई थी वहीं चुनाव पष्चात विभाष सिंह के निष्कासन से वे क्षुब्ध भी थे और उन्होने पार्टाी छोड़ने का मन भी बना लिया था लेकिन युवा नेता और वरिष्ठ नेताओं की समझाईस के बाद वे शांत हो गये थे। वर्तमान में निगम के वरिष्ठ पार्षद जो कि कांग्रेस पार्टी से ही संबंधित है उनके द्वारा लगातार वार्ड में हस्तक्षेप से वे परेषान हैं। जिनमें एक नेता तो कांग्रेस पार्टी के बड़े पद पर विराजमान हैं। वहीं जिन लोगों ने पार्षद चुनाव में कांग्रेस के विरूद्ध काम किया है उनके द्वारा किसी भी कार्य को लाकर निगम के वरिष्ठ पार्षदों के माध्यम से करवाया जाता है और सभी कार्य पार्टी के खिलाफ होते हैं। जिन लोगों ने पार्टी के खिलाफ जोर शोर से काम किया उनको प्रश्रय पार्टी के लोागों के द्वारा ही दिया जा रहा है एैसी स्थिति में वार्ड का विकास व सहीं तरिके से कार्य करने में कठीनाई आ रही है। सीधे-सीधे एैसा पहलीबार हुआ है कि किसी पार्षद ने अपनी ही पार्टी के नेताओं के खिलाफ मोर्चा खोल लिया है और पार्टी के खिलाफ हुंकार भर ली है। अब देखना यह है कि पार्टी किसके खिलाफ कार्यवाही करेगी, उनके जो चुनाव मे खिलााफत किये हैं या उनके जो वर्तमान में प्रश्रय दिया जा रहा है।