रायगढ़ – इधर पुलिस सोती रही, प्रशासन खामोश रहा तो उधर अवैध रूप से माइनिंग करने के दौरान दो ग्रामीण मिट्टी धसकने से जिंदा ही दफ्न हो गये। यह मामला है उर्दना स्थित महामाया मंदिर के पीछे का। यहां सालों से पत्थर और मुरूम निकालने के लिए अवैध रूप से खदान चलाई जा रही है। आज जब ७ मजदूर यहां उत्खनन का कार्य कर रहे थे तो ऊपर से मिट्टी धंसी जिसमें दबकर मजदूरों मनीराम चौहान निवासी भेलवाटिकरा और छायाराम निवासी आमापाली की मौत हो गयी।
[pullquote-left] रामकुमार करा रहा था अनलीगल माइनिंग [/pullquote-left] दरअसल जिस स्थान पर अवैध रूप में माइनिंग का कार्य किया जा रहा था। उसे राम कुमार चंद्रा की ओर से चलाया जा रहा था। वह आस-पास के ग्रामीणों को अवैध माइनिंग के लिए लगा रखा है। पहाड़ और केलोपरियोजना की नहर से लगे इस क्षेत्र में सालों से माइनिंग चल रही है। इसलिए अव्यवस्थित उत्खनन से आसपास मिट्टी का पहाड़ खड़ा हो गया है। ऐसे में आज यह मजदूरों के ऊपर ही गिर पड़ा। इसमें दबने से दोनों की मौत हो गयी।
[pullquote-left] एक जनप्रतिनिधि भी था शामिल [/pullquote-left] अवैध उत्खनन में एक जनप्रतिनिधि अशोक अग्रवाल का नाम भी सामने आ रहा है। बताया जा रहा है कि अशोक अग्रवाल की ओर से पूर्व में यहां माइनिंग का कार्य करवाया जा रहा था। ऐसे में जब उर्दना के सरपंच रमेश भगत ने यहां की शिकायत की तो उसे उत्खनन माफियाओं की ओर से पिटवाया गया।
[pullquote-left] कई बार हुई है शिकायत [/pullquote-left] ग्रामीणों की ओर से इस अनहोनी आशंका को देखते हुए कई बार पुलिस, केलोपरियोजना, एसडीएम व माइनिंग विभाग से शिकायत की जा चुकी है। अधिकारियों ने वहां जाकर निरीक्षण भी किया। लेकिन उत्खनन माफियाओं के दबाव के कारण कोई कार्रवाई नहीं हो सकी।
[pullquote-left] केलो परियोजना ने पुलिस से भी थी शिकायत [/pullquote-left] ग्रामीणों की तो पुलिस और प्रशासन ने सुनी नहीं, लेकिन जब सरकार के एक विभाग केलो परियोजना की ओर से यहां अवैध माइनिंग की शिकायत पुलिस से की गई तब भी पुलिस सोती रही। ऐसे में इस बात को कहने में कोई संकोच नहीं है कि पुलिस और प्रशासन की सुस्ती के कारण आज दो परिवारों से उनके संरक्षकों का साया उठ गया।