उद्यान विभाग के अंतर्गत संचालित योजना से लघु एवं मध्यम वर्ग के किसानों के लिए करेले की खेती से आर्थिक तरक्की का आधार पेश किया है। जिले के एक किसान है जिन्होंने जी-तोड़ मेहनत एवं लगन से उद्यान अधिकारियों से मार्गदर्शन लेते हुए करेले की खेती कर अच्छी आमदनी अर्जित कर रहे है।
विकास खण्ड बरमकेला के ग्राम-नवापाली के मुकेश चौधरी ने बताया कि पहले 1.925 हेक्टेयर पर पारंपरिक पद्धति से धान की खेती करने से उतनी आमदनी नहीं हो पाती थी। साल भर की कड़ी मेहनत एवं मजदूरी भुगतान करने के बाद आमदनी के रूप में मात्र 3 लाख रुपए ही मिल पाता था। मुकेश ने बताया कि उद्यानिकी अधिकारियों की सलाह उनके लिए कारागर साबित हुई। शासन की योजना का उन्हें सकारात्मक लाभ मिला। सही समय में बीज की किस्म के साथ उचित अंतराल पर करेले की बीज की बुवाई करना एवं फसल की सुरक्षा की दृष्टिकोण से कीट संरक्षण की जानकारी विभाग से समय-समय पर मिलता रहा। मुकेश चौधरी ने बताया कि अब 1.925 हेक्टेयर पर 1 लाख 25 हजार रुपए की लागत से करेले की खेती करने से 250 क्ंिवटल करेले की फसल की पैदावार होने लगी है। सभी खर्च निकालकर साल भर में 5 लाख रुपए की शुद्ध आमदनी की प्राप्ति होने लगी है। उन्होंने बताया कि उनका गांव शहर के नजदीक होने के कारण करेले की हमेशा मांग बनी रहती है। जिससे करेले की अच्छी खपत होने लगी। मुकेश चौधरी अब आर्थिक रूप से सक्षम हो गया है और अपने परिवार के साथ खुशहाल जीवन व्यतीत कर रहा है।