खरसिया के अनुविभागीय अधिकारी (रा.) ए. के. घृतलहरे एवं उनकी टीम द्वारा महावीर फर्मा निर्मित दवाओं की सघन जांच की गयी. शासन द्वारा निर्देशित उक्त जांच के दौरान इस टीम मे पटवारी, रेवेन्यू इनस्पेक्टर, सिविल अस्पताल के चिकित्सक क्रमश्:अनिल गुप्ता, डॉक्टर आर. के. सिंह, डॉक्टर सजॅन अग्रवाल एवं V S Rathiya सम्मिलित थे. ग्यात हुआ है की इस नगर मे २१ दवा की चिल्लहार दुकाने एवं तीन होलसेल दुकानों का संचालन किया जाता है। इन सभी दुकानों मे जा कर टीम प्रमुख श्री घृतलहरे द्वारा द्वा दुकानो का लाइसेन्स एवं महावीर फर्मा द्वारा निर्मित द्वाईयो के सम्बंध मे जांच पड़ताल की गयी. महावीर फर्मा द्वारा निर्मित द्वाईयो के सेवन से नसबंदी सिविर में ऑपरेशन करने वाली १५ महिलाओं की मृत्यु हो गयी। अनुमानित ४० महिलाएं अभी भी गंभीर अवस्था से पीड़ित बतयी जा रहीं हैं। इस जांच पड़ताल का उड़सेय यह था कि दवाई दुकानो में उक्त दवा पाये जाने पर उसे जब्त कर, उसे नष्ट करने किये जाने कि कार्यवाही सुनिसचित कि गये थी. इसके अतिरिक्त उक्त निर्माता कंपनी कि दवाएं दुकानो मे न रखने तथा विकर्य न करने के प्रति दुकानदारो को चेतावनी दी गयी।