[aph] आरोपी ने कहा छाल थाने से लोड़ हुयी थी अवैध लकड़ी| दो आरक्षकों ने खुद का माल बताकर कराया था लोड़ [/aph]
खरसिया। 13-14 जनवरी की दरमियानी रात को सिंघनपुर के पास अवैध बीजा लकड़ी से लोड़ पिकअप के चालक पर मीडि़या के दबाव से अंततः वन विभाग ने कार्यवाही की है। पीओआर काट कर 49 नग बीजा लकड़ी कुल 0.735 घनमीटर लकड़ी को वाहन समेंत जप्त का कार्यवाही की जा रही है। जप्त की गयी लकड़ी लगभग पचास हजार की बतायी जा रही है तथा जप्तषुदा वाहन समेत यह आंकड़ा लाखों को पार कर रहा है। खरसिया वन परिक्षेत्राधिकारी रामेष्वर लाल पटेल ने कार्यवाही की पुश्टि करते हुये बताया कि आरोपी ड्रायवर टेंगनु पिता बुधराम पटेल निवासी देहजरी ने अपने बयान में बताया है कि उक्त लकड़ी छ़ाल थाना परिसर से थाने के दो आरक्षक एकका एवं भगत ने लोड़ करायी थी।
विदित हो कि 24 घण्टे बाद भी अवैध लकड़ी के मामले में वन परिक्षेत्राधिकारी के द्वारा कोई कार्यवाही नहीं किये जाने पर जब स्थानीय मीडि़या ने वन मण्ड़लाधिकारी से संपर्क कर वस्तुस्थिति से वगत कराया तथा अवैध लकड़ी तथा वाहन की फोटो भेजा गया तब कहीं जाकर आज षाम उक्त पिकअप क्रमांक क्रमांक सीजी 13 यू ड़ी 7602 के चालक टेंगनू के खिलाफ वन अधिनियम 1969 के तहत कार्यवाही करते हुये बयान लिया गया। बयान से इस मामले के नये तथ्यों का खुलासा हुआ है। अपने बयान में ड्रायवर ने अवैध लकड़ी को छाल थाना से लोड़ करना बताते हुये थाने के दो आरक्षकों एक्का और भगत के द्वारा उक्त लकड़ी को अपना बताकर लोड़ करवाना बताया है। जबकि छाल थाना प्रभारी केरकेट्टा से इस मामले के संबंध में बात करने पर उनके द्वारा इस मामले से अनभिज्ञता जाहिर की गयी है। बहरहाल इस पूरे घटनाक्रम के बाद यह देखना दिलचस्प होगा कि वन विभाग पुलिस महकमें पर हाथ ड़ालने की हिम्मत जुटा पाता है या नहीं। जा भी हो सारे मामले में अभी तक बरते जा रहे हीलहवाला यह ईषारा कर रहा है कि मीडि़या के दबाव से मामला जरूर दर्ज कर लिया गया है परंतु षायद ही इसे अंतिम परिणाम तक पहुंचाया जायेगा।