रायगढ़, 26 मार्च 2015/ कलेक्टर श्रीमती अलरमेल मंगई डी के निर्देशन एवं मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.एच.एस.उरांव के निर्देशन में लखीराम अग्रवाल स्मृति मेडिकल कालेज रायगढ़ के गत 24 मार्च को विश्व क्षय दिवस मनाया गया। उक्त अवसर पर डॉ. विजय डियोडिया, डॉ. संजीव कुमार, मेडिकल कालेज के प्राध्यापक, समस्त स्टाफ तथा समस्त छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी से प्राप्त जानकारी के अनुसार 24 मार्च 1882 में टीबी के कीटाणु की खोज डॉ. राबर्ट कोक ने की थी इस हेतु 24 मार्च को प्रतिवर्ष विश्व क्षय दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस अवसर पर मेडिकल कालेज के डीन डॉ.एस.एल.आदिले ने बताया कि पुनरीक्षित राष्ट्रीय क्षय नियंत्रण कार्यक्रम अर्थात डाट्स को उचित ढंग से लागू करने से बहु-औषधि टीबी प्रतिरोधी केसेस को होने से प्रभावशाली तरीके से रोका जा सकता है। जिला क्षय नियंत्रण अधिकारी डॉ.टोण्डर ने बताया कि बहु औषधि टीबी प्रतिरोधी केसेस की खोज एवं उपचार से संबंधित डॉट्स प्लस का विस्तृत जानकारी दिया। उन्होंने कहा कि परिप्रेक्ष्य मितानिन कार्यक्रम के सहयोग से जिला क्षय नियंत्रण समिति द्वारा विश्व क्षय दिवस के अवसर पर रायगढ़ जिले के विभिन्न स्वास्थ्य केन्द्रों में विशाल टीबी शिविर आयोजित किया यगा। विकास खण्ड सारंगढ़ में 22 मार्च को 226 मरीजों की जांच कर 51 टीबी मरीज पंजीकृत किया गया। सीएचसी तमनार में 345 टीबी संदेहास्पद मरीजों की जांच कर 91 टीबी मरीज पंजीकृत किए गए तथा सीएचसी लैलूंगा में 328 टीबी संदेहास्पद मरीजों की जांच कर 105 टीबी मरीज पंजीकृत किया गया।