खरसिया : दिनांक 14 एवं 15 जनवरी 2016 को महात्मा गांधी शासकीय कला एवं विज्ञान महाविद्यालय खरसिया में प्राचार्य डाॅ0 पी सी घृतलहरे के संरक्षण व क्रीड़ाधिकारी डाॅ0 रमेष टण्डन के निर्देषन में वार्षिक खेलकूद सम्पन्न हुआ। इसमें विभिन्न प्रकार की प्रतियोगिताएँ आयोजित हुई। 100 मी दौड़, 200 मी दौड़, 400 मी दौड़, 800 मी दौड़, 1500 मी दौड़, लम्बी कूद, गोला फेंक, कबड्डी, खो-खो व धीमी सायकल रेस के खेल आयोजित हुए। 100 मी दौड़ में प्रथम मनोज सिन्हा , द्वितीय किषोर निषाद व तृतीय लालू प्रसाद यादव , 200 मी दौड़ में प्रथम अजय सिदार , द्वितीय रामदीन राठिया व तृतीय दिनेष राठिया, 400 मी दौड़ में प्रथम मनोज सिन्हा, द्वितीय दिनेष राठिया व तृतीय डमरूधर सिदार, 800 मी दौड़ में प्रथम नन्दकुमार राठिया , द्वितीय रामदीन राठिया व तृतीय अजय सिदार , 1500 मी दौड़ में प्रथम अजय सिदार , द्वितीय हीराषंकर सोन व तृतीय मेनुएल बेक , लम्बी कूद में प्रथम नन्द कुमार राठिया, द्वितीय खुषीराम पटैल व तृतीय चेतनात्मक राठौर , गोला फेंक में प्रथम मनोज चैहान , द्वितीय नागेन्द्र व तृतीय नन्दकुमार राठिया एवं धीमी सायकल रेस में प्रथम खुषीराम पटैल व द्वितीय भावेष वैष्णव रहे। कबड्डी में अनिलराज सिदार की टीम में शामिल सदस्यों- दिनेष राठिया, नागेन्द्र राठिया, सुभाष राठिया, रूपेन्द्र राठिया, चेतनात्मक राठिया, मनोज चैहान, कमलेष धीरही ने अंतिम मैच जीतकर विजेता का खिताब अपने नाम किया। उपविजेता रामदीन राठिया की टीेम रही। इसी तरह खो- खो में रूपेन्द्र राठिया की टीम में शामिल सदस्यों- रामदीन राठिया, भावेष वैष्णव, हीराषंकर सोन, अजय सिदार, खुषीराम पटैल, पवन राठिया, दिनेष राठिया, वीरान राठिया, रविषंकर राठिया ने अंतिम मैच जीतकर विजेता का खिताब अपने नाम किया। उपविजेता मिलनकुमार राठिया की टीेम रही। समस्त मैच व व्यक्तिगत खेल के निर्णायक सागर सिदार, डमरूधर राठिया, गायत्री राठिया, गमलेष्वरी राठिया, भरत, दिनेष राठिया, सुभाष राठिया आदि थे। पूरे खेल में प्रो0 डी के अम्ब्रेला, प्रो0 एम एल धीरही, डाॅ0 पी एल पटेल, प्रो0 मनोज साहू, प्रो0 काष्मीर एक्का, प्रो0 अष्वनी पटेल, राकेष गिरी, दीपक पटेल, रोमी जायसवाल, तुषार दुबे समेत सभी प्राध्यापकों की उपस्थिति एवं सहयोग रहा। छात्र संघ पदाधिकारी, कक्षा प्रतिनिधियों, दिलीप राठौर, हितेन्द्र राठौर, दिग्विजय, बादलसिंह, मनीष रावलानी, सरोज सिदार, दीपक राठिया, पवन, शौकीलाल बरेठ, रूद्रकुमार, षिव, मदन मलहोत्रा आदि छात्रों व कर्मचारियों का भी सहयोग रहा।