रायगढ़ : समाज कल्याण विभाग, रेडक्रास सोसायटी एवं शहर की सेवाभावी संस्था रोटरी क्लब रायगढ़ स्टील सिटी के संयुक्त तत्वाधान में रायगढ़ में संचालित जिला नि:शक्त जन पुनर्वास केन्द्र नि:शक्त जनों के लिए बरदान साबित हो रहा है। जिले के नि:शक्तजनों को अब कृत्रिम अंग उपकरण जैसे कृत्रिम हाथ, पैर, कैलीपर्स, सर्जिकल शूज, फ्लैट फुट आदि के लिए न तो जयपुर जाने की जरूरत है, न ही किसी विशेष कैम्प के आयोजन की प्रतीक्षा करने की जरूरत। पुनर्वास केन्द्र के माध्यम से जरूरतमंदों को उनकी नाप के अनुसार कृत्रिम अंग उपकरण नियमित रूप से इस संस्था के माध्यम से तैयार कर प्रदाय किए जा रहे है। [pullquote-right] जिला नि:शक्तजन पुनर्वास केन्द्र में कृत्रिम अंग उपकरण निर्माण की यूनिट के माध्यम से जरूरतमंदों लोगों को उनकी नाप के अनुसार कृत्रिम अंग तैयार कर दिए जाते है। कृत्रिम अंग निर्माण की जिम्मेदारी संतोष सिंह ठाकुर ने संभाल रखी है। श्री ठाकुर ने इसके लिए सीआरसी भोपाल से विधिवत प्रशिक्षण प्राप्त किया है। श्री ठाकुर बताते है कि बीते दो महीने पूर्व इस पुनर्वास केन्द्र का उदघाटन प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने किया था तब से लेकर अब तक यह केन्द्र सैकड़ों नि:शक्तों को उनकी जरूरत के अनुसार ईलाज की सुविधा प्रदान कर रहा है। कृत्रिम अंग उपकरण निर्माण के लिए कटर मशीन, डीलर मशीन, ग्राइंडर, लेदर ग्राइंन्डर मशीन यहां लगाई गई है। जिसकी मदद से इसका निर्माण किया जाता है। कृत्रिम अंग उपकरण तैयार करने के बाद नि:शक्त व्यक्ति को इसके उपयोग का तरीका बताने के साथ ही टे्रनिंग दी जाती है। [/pullquote-right]
पुनर्वास केन्द्र रायगढ़ में नि:शक्तजनों के इलाज एवं मदद के लिए शासन की ओर से नि:शुल्क व्यवस्था की गई है। यहां संचालित फिजियोथेरेपी सेन्टर नि:शक्तजनों के साथ-साथ हड्डी रोग, न्यूरो तथा मस्कूलर पीडि़तों विशेषकर बुजुर्गो के लिए काफी लाभप्रद है। पुनर्वास केन्द्र में बाह्य रोगी परीक्षण (ओपीडी) की सुविधा भी प्रशासन ने सुलभ की है।
पुनर्वास केन्द्र मंदबुद्धि बच्चों के शिक्षण-प्रशिक्षण की सुविधा है। मंदबुद्धि बच्चों का आई क्यू टेस्ट करके डॉ. कुमारी ललिता यादव उन्हें आकृति की बोर्ड एवं अन्य माध्यमों से प्रशिक्षित करती है। मूक और बधिर नि:शक्तों को डॉ. सिद्धार्थ शंकर महंती स्पीच एंड हीयरिंग की टे्रनिंग देते है। पुनर्वास केन्द्र में फिजियोथेरेपी कक्ष में आईएफटी, मांसपेशियों के खिचाव एवं ऐठन को दूर करने के लिए टेन्स, टे्रक्सन के साथ सिकाई मशीन उपलब्ध है। पुनर्वास केन्द्र में नि:शक्तजनों के साथ-साथ हड्डी, स्नायु, मांसपेशियों की जकडऩ व ऐठन के ईलाज की बेहतर सुविधा उपलब्ध है।