रायगढ़। रायगढ़ जिले के पुसौर बरमकेला ब्लाक में दो नए कॉलेज इस साल खोले गए हैं। दोनों जगहों पर उच्च शिक्षा के लिए कोई विकल्प नहीं होने की वजह से छात्रों को 30 से 50 किमी का सफर तय कर रायगढ़ या सारंगढ़ जाना पड़ता था। अविभाजित मध्यप्रदेश के दिनों से कॉलेजों की मांग लगातार उठती रही लेकिन पूरी अब जाकर हुई है। 15 सितंबर से कॉलेज शुरू किए गए हैं। वहीं वर्तमान में दोनों जगहों से बीए, बीएससी बीकॉम मिलाकर कुल 380 छात्रों का उच्च शिक्षा का लाभ मिल रहा है।
डायलिसिस यूनिट बना वरदान : औद्योगिक नगरी में अधोसंरचना पर साल भर काम हुए। इसमें शहर के लोगों को दो बड़ी सौगात मिली। सर्किट हाउस रोड पर केलो नदी पर पुल बनने और मरीन ड्राइव फेज टू के तैयार होने से आवागमन के लिहाज से लोगों को बड़ी सुविधा मिली। इसके साथ ही शहर के मध्य यातायात का दबाव थोड़ा कम भी हुआ है। पुल पर लगभग सात करोड़ और मरीन ड्राइव सड़क पर लगभग 13 करोड़ रुपए खर्च किए गए। बारिश के दिनों में सड़क पर यातायात बाधित होने से मुक्ति मिली वहीं सौंदर्यीकरण और ट्रैफिक के लिहाज से मरीन ड्राइव बहुत महत्वपूर्ण है।
खर्राघाट पुल मरीन ड्राइव
एनटीपीसी में जमीन की अवैध खरीद-बिक्री पर कार्रवाई : एनटीपीसी12 हजार करोड़ रुपए खर्च कर रायगढ़ जिले के पुसौर ब्लाक के लारा में 4000 हजार मेगावाट का सुपर थर्मल पॉवर प्लांट स्थापित कर रहा है। इसमें पुसौर ब्लाक के 9 गांवों में कुल 22 हजार हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण किया जाना था। 17 हजार एकड़ का अधिग्रहण हुआ। राहत पुनर्वास नीति की गलत व्याख्या कर भूमाफिया ने बड़े पैमाने पर जमीन के अवैधानिक तरीकों से बंटवारा कर करोड़ों रुपए का मुआवजा बोनस ऐंठने की योजना बनाई। प्रशासन को इसकी भनक लगने के बाद कार्रवाई की गई। दो डिप्टी कलेक्टर, दो तहसीलदार, तीन पटवारी समेत दर्जनों लोगों पर कार्रवाई हुई। भूमि की खरीद-बिक्री को निरस्त किया गया।
इस कार्रवाई के बाद भूमि अधिग्रहण नियमों और प्रक्रिया में बदलाव किया गया।
प्रदेश में रेंगिग रोकने हाईकोर्ट ने अपनाया कड़ा रूख : 08नवंबर 2014 की शाम स्व. लखीराम अग्रवाल मेडिकल कॉलेज के एमबीबीएस प्रथम वर्ष के छात्र निशांत उपाध्याय 20 साल वाराणसी यूपी ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। छात्र के परिवार ने मेडिकल कॉलेज के ब्वायज हास्टल में दो सीनियरों द्वारा निशांत की रेगिंग को आत्महत्या की वजह बताते हुए कहा।