रायगढ, 10 जनवरी 2015/ लोक अभियोजक संचालनालय रायपुर छत्तीसगढ के तत्वाधान में पुलिस कंट्रोल कक्ष चक्रधर नगर रायगढ में दाण्डिक न्यायिक प्रशासन में पुलिस, अभियोजन अधिकारी की भूमिका एवं वैज्ञानिक साक्ष्य के महत्व पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन आज प्रातः 9.30 बजे प्रारंभ हुआ। जिसमें जिला रायगढ, जांजगीर-चाम्पा एवं कोरबा जिले के अभियोजन अधिकारी एवं पुलिस अधिकारी उपस्थित थे। कार्यशाला आयोजन के पूर्व अतिरिक्त संचालक लोक अभियोजन संचालनालय रायपुर श्री जे.पी.पडवार के अध्यक्षता में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री प्रफुल्ल ठाकुर, पूर्व महाधिवक्ता श्री किशोर भादुडी, अधिवक्ता उच्चतम न्यायालय श्री शिवाजी शुक्ला, उप संचालक अभियोजना श्री के.एस.गावस्कर एवं एसटीएससी के सदस्य श्री शेख ताजीम के द्वारा सरस्वती प्रतिमा पर दीप प्रजवलित व माल्यार्पण कर सभी अतिथियों का फूल-मालाओं के साथ स्वागत किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। तत्पश्चात कार्यक्रम की अध्य्क्षता पुलिस महानिरीक्षक रेंज बिलासपुर श्री पवन देव एवं पुलिस अधीक्षक रायगढ श्री राहुल भगत के आगमन के पश्चात व्याख्यान शुरू हुआ। सर्वप्रथम श्री शिवाजी शुक्ला ने दाण्डिक विधि में संशोधन एवं माननीय् उच्चतम न्यायालय के न्यायिक दृष्टांत पर अपना व्याख्यान दिए। जिसमें उन्होंने दण्ड प्रक्रिया संहिता, भारतीय दण्ड संहिता एवं भारतीय साक्ष्य अधिनियम में हुए 2013 में संशोधन पर सारगर्भित व्याख्यान दिए एवं सहभागियों के द्वारा पूछे गए सभी प्रश्नों का उत्तर न्याय दृष्टांतों के साथ महिला एवं किशोर बालकों के विरूद्ध होने वाली अपराध के विभिन्न पहलुुओ पर व्याख्यान दिया गया। कार्यशाला में किशोर भादुडी ने अन्वेषण एवं विचारण में अभियोजना की भूमिका पर महत्वपूर्ण विचार व्यक्त करते हुए अन्वेषण में अपनाय जाने वाली सावधानियों को बहुत बारीकी से बताया तथा अभियोग पत्र पेश होने के बाद अभियोजन अधिकारी की भूमिका पर महत्वपूर्ण प्रकाश डाला। आईजी श्री पवन देव ने अनुसंधान में साक्ष्य के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि साक्ष्य, सुसंगत तथ्य, विवाधक तथ्य किसे कहते है और उसके अंतर्गत क्या-क्या आता है, के बारे में बताया तथा अन्वेषण में होने वाली त्रुटियों की ओर प्रकाश डालते हुए गंभीर प्रकरणों में साक्ष्य् एकत्र् करने के संबंध में महत्वपूर्ण व्याख्यान दिया एवं अभियोजन अधिकारी की भूमिका के संबंध में भी महत्वपूर्ण प्रकाश डाला। अंत में पुलिस अधीक्षक रायगढ श्री राहुल भगत एवं उप संचालक अभियोजन श्री के.एस.गावस्कर के द्वारा कार्यशाला में उपस्थित सभी अतिथिगणों एवं सहभागियो को धन्यवाद ज्ञापन करते हुए सेमीनार / कार्यशाला की समापन की घोषणा किया। सफल संचालन अधिवक्ता रायगढ श्री लालमणी त्रिपाठी द्वारा किया गया।