[su_heading size=”17″ margin=”10″]कलेक्टर ने मेडिकल कालेज व जिला हास्पिटल के चिकित्सकों की बैठक ली[/su_heading]
[aph] रायगढ़ : [/aph] कलेक्टर श्रीमती अलरमेल मंगई डी ने आज सुबह 9 बजे औचक रूप से जिला चिकित्सालय का मुआयना किया। उन्होंने चिकित्सा सुविधा को बेहतर बनाने के साथ ही जिला चिकित्सालय की साफ-सफाई, डे्रनेज सिस्टम, जलापूर्ति एवं प्रकाश व्यवस्था को और बेहतर करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने वहां टेलीमेडिसीन कक्ष में सीएमएचओ, सिविल सर्जन, मेडिकल कालेज एवं हास्पिटल के चिकित्सकों सहित लोक निर्माण, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी, नगर निगम के अधिकारियों की संयुक्त बैठक लेकर जिला चिकित्सालय की व्यवस्था के बारे में विस्तृत दिशा-निर्देश दिए। इस अवसर पर सहायक कलेक्टर श्री ऋतुराज रघुवंशी उनके साथ थे।
कलेक्टर श्रीमती मंगई डी ने जिला चिकित्सालय में ईलाज कराने आए मरीजों को बेहतर से बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने आर्थोपेडिक्स डिपार्टमेन्ट के कामकाज के बारे में जिला प्रशासन को लगातार मिल रही शिकायत तथा मरीजों के ईलाज एवं ऑपरेशन में विलम्ब की स्थिति को लेकर नाराजगी जताई। कलेक्टर श्रीमती मंगई डी ने कहा कि चिकित्सकों के प्रति लोगों में सम्मान का भाव होता है। यह एक सम्मानीय पेशा है। इस पेशे की गरिमा को बनाए रखा जाना चाहिए। उन्होंने जिला चिकित्सालय तथा मेडिकल कालेज के चिकित्सकों से मरीजों के ईलाज में सहृदयता एवं संवेदनशीलता बरतने की नसीहत दी। कलेक्टर ने कहा कि हम सबकी यह कोशिश होनी चाहिए कि यहां आने वाले प्रत्येक मरीज को यथासंभव बेहतर से बेहतर चिकित्सा सुविधा मिले। जिला चिकित्सालय में ईलाज की सुविधा होने के बावजूद भी मरीजों को निजी हास्पिटल में जाने की सलाह देना किसी भी स्थिति में उचित नहीं है। उन्होंने डॉक्टरों को मरीजों से बेहतर व्यवहार करने की भी सीख दी।
कलेक्टर श्रीमती मंगई डी ने बैठक में यह भी कहा कि जिला चिकित्सालय में ईलाज के लिए गरीब तबके के लोग आते है। मरीजों की स्थिति एवं परिस्थिति का भी ध्यान रखा जाना चाहिए। कलेक्टर ने सिविल सर्जन को यह सुनिश्चित करने को कहा कि किसी भी स्थिति में मरीज को एक्सरे, पैथालॉजी जांच आदि के लिए निजी नर्सिंंग होम अथवा निजी पैथालॉजी में न भेजा जाए। शासन द्वारा अनुबंधित मुक्तांजलि एम्बुलेंस सेवा 1099 की व्यवस्था को भी सुदृढ़ बनाने के निर्देश दिए गए।
कलेक्टर श्रीमती मंगई डी ने बैठक में मौजूद नगर निगम के आयुक्त श्री प्रमोद शुक्ला को जिला चिकित्सालय परिसर की साफ-सफाई की व्यवस्था को बेहतर बनाने के साथ ही कचरा पेटी को उपयुक्त स्थान पर रखवाने के निर्देश दिए। निगम आयुक्त को चिकित्सालय परिसर की ओपन नालियों को कव्हर करने के साथ ही पानी की निकासी के लिए साफ-सफाई एवं आवश्यकतानुसार मरम्मत के निर्देश दिए गए। जिला चिकित्सालय के सेप्टिक टेंक की सफाई के लिए भी आयुक्त को निर्देशित किया गया। इसी तरह लोक निर्माण विभाग के कार्यपालन अभियंता व्ही.डी.बोपचे को जिला चिकित्सालय के समस्त शौचालयों की आवश्यकतानुसार मरम्मत, कान्फ्रेंस कक्ष का उन्नयन एवं रंग-रोगन के साथ ही जिला चिकित्सालय परिसर में जहां-तहां पानी के जमाव को रोकने के लिए आवश्यकतानुसार मरम्मत के निर्देश दिए गए। विद्युत वायरिंग की व्यवस्था को भी ठीक कराने तथा विभिन्न वार्डो एवं कक्षों की छत एवं वाल से पानी के सीपेज को रोकने के लिए आवश्यक ट्रीटमेन्ट के निर्देश दिए गए। कलेक्टर ने सिविल सर्जन को पीएचई की मदद से जिला चिकित्सालय में आंतरिक जलापूर्ति की व्यवस्था को ठीक करने के साथ ही पेयजल टंकियों की साफ-सफाई तथा वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम के निर्देश दिए गए। इस अवसर पर सीएचएमओ डॉ.उरांव, सिविल सर्जन डॉ. वाय.के.शिन्दे, रेडक्रास के प्रबंधक मुकेश शर्मा, डीपीएम सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।